महाराष्ट्र सरकार के निर्णय के बाद मशहूर कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण का राजकीय सम्मान के साथ पूणे के बैकुंड श्मशानघाट में अाखिरी विदाई दी गई। उनके अंतिम संस्कार के मौके पर कई वरिष्ठ राजनेता और लोग मौजूद रहे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के उनके बारे में कहा कि वे एक बेहतरीन इंसान थे। वहीं इस अवसर पर फड़णवीस ने उनके नाम पर एक स्मारक बनाए जाने की घोषणा की है।
वहीं फिल्ममेकर मधुर भंडाकर ने कार्टूनिस्ट लक्ष्मण के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदुस्तान उनके कभी नहीं भूलेगा। जो उनका योगदान है सामाजिक रूप में, वो कार्टूनों के जरिए लोगों की परेशानी के बेबाकी से बता देते थे।
94 साल के कार्टूनिस्ट आर के लक्ष्मण ने दीनानाथ मंगेश्कार अस्पताल में अंतिम सांस ली थी। वे लंबे समय से बिमार थे। लक्ष्मण के निधन पर वरिष्ठ राजनेता, मीडिया जगत के दिग्गजों, उद्योगपतियों, फिल्मी हस्तियों और अन्य ने शोक जताया है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी अपने शोक संदेश में कहा कि उनके निधन से रचनात्मक दुनिया में जो कमी आ गई है, उसकी भरपाई मुश्किल है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी वी राव ने लक्ष्मण को बेहतरीन कार्टूनिस्ट बताया। लक्ष्मण का शव फिलहाल लोगों के दर्शन के लिए एक निजी कॉलेज में रखा गया है।