रहता हूँ इस देश में जी में जहां रहते ह सब दानव
किस किस का में नाम लिखू में रहते है सब ही रावण
मनुष्य के रूप में रहते है सब दानव और भक्षक
भेद खोल दू इन दानव का तो सब कहते ह भोला
सुच पूछो मुझसे तो कहदु सब रावण के है वंशज
एक तरफ करते है पूजा दुर्गा सती , श्री राधे की
कही उठी कोई नारी तो कहते उसे अबला नारी
संकट में छुप जाते है सब अम्मा की परछाई में
फिर भी कहते लोग यही की लड़की है अबला नारी
रावण को गनदा कहते है रावण तो था महापुरुष
सीता माँ को कैद किया पर छुवा नहीं उस एक वर्ष
स्त्री रक्षक था रावण भी , था वेद पुरानो का ज्ञानि
सुच कहदु तो हम सब ह दानव से भी तुच्छ प्राणी
धर्म अधर्म के चक्कर में ये भूल करुणा ध्यानी
सुच पूछो तो कलयुग में रहते है सब भक्षक प्राणी
न रावण है न दानव है यहाँ सब है निरर्थ प्राणी
सुच कहदु को कलयुग में सब लोग यहाँ है