shabd-logo

रक्षाबंधन पौराणिक

31 अगस्त 2023

3 बार देखा गया 3
रक्षाबंधन पर बात करें तो सर्वप्रथम शिशशुपाल का वध करने के बाद  श्रीकृष्ण का चक्र उनकी उंगली पर वापस आते समय उनकी कलाई में लग जाने के कारण रक्त निकलने लगा तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर उनकी कलाई में बांधा ।
कृष्ण जी ये देख द्रवित हो उठे और उन्होंने द्रौपदी को आजीवन रक्षा का वचन दिया और उन्होंने वो वचन‌ निभाया जब पांडव द्रौपदी को जुए में हार गए और उनका चीरहरण होने वाला था तब कृष्ण जी ने ही रक्षा की ।
तभी से रक्षाबंधन मनाने का प्रारंभ हुआ ।
कथाएं तो बहुत हैं मगर पौराणिक काल से लेकर चला आ रहा ये रक्षाबंधन का पावन पर्व अब सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों के लोग भी बड़े चाव‌से मनाते हैं ।
भाई और बहन के पवित्र स्नेह का ये पर्व हिंदुओं का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है जहां बहन भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर अपनी रक्षा का वचन लेती है ।

प्रभा मिश्रा 'नूतन '

3
रचनाएँ
मेरी कैप्टन गिलहरी
5.0
दैनिक प्रतियोगिता के दिए विषय पर लेखनी चलाने का एक प्रयास भर
1

कंजेक्टिवाइटिस

8 अगस्त 2023
3
1
2

आज कैप्टन गिलहरी कंजेक्टिवाइटिस पर लेख लाई है 😊आंखे आना या पिंक आई आंखों से जुड़ी ऐसी ही एक सामान्य समस्या है, जिसे चिकित्सीय भाषा में कंजक्टिवाइटिस कहते हैं।यह एक्यूट या क्रॉनिक दोनों ही रूपों में ह

2

रक्षाबंधन 😓😓

30 अगस्त 2023
5
2
2

जब मन हो उदास ,तब भैया आती है ,आपकी बहुत याद,और तड़प उठती हूँ मैं,और कहती हूँ -भैया कहां चले गये आप !!एक बार भी न सोचा ,जब आयेगा रक्षाबंधन,तब सब बहनें खुशियां मनायेंगी,अपने भाइयों की कलाई ,राखी से सजा

3

रक्षाबंधन पौराणिक

31 अगस्त 2023
0
0
0

रक्षाबंधन पर बात करें तो सर्वप्रथम शिशशुपाल का वध करने के बाद श्रीकृष्ण का चक्र उनकी उंगली पर वापस आते समय उनकी कलाई में लग जाने के कारण रक्त निकलने लगा तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए