दैनिक प्रतियोगिता के दिए विषय पर लेखनी चलाने का एक प्रयास भर
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बहुत सुंदर डायरी लेखन
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आज कैप्टन गिलहरी कंजेक्टिवाइटिस पर लेख लाई है 😊आंखे आना या पिंक आई आंखों से जुड़ी ऐसी ही एक सामान्य समस्या है, जिसे चिकित्सीय भाषा में कंजक्टिवाइटिस कहते हैं।यह एक्यूट या क्रॉनिक दोनों ही रूपों में ह
जब मन हो उदास ,तब भैया आती है ,आपकी बहुत याद,और तड़प उठती हूँ मैं,और कहती हूँ -भैया कहां चले गये आप !!एक बार भी न सोचा ,जब आयेगा रक्षाबंधन,तब सब बहनें खुशियां मनायेंगी,अपने भाइयों की कलाई ,राखी से सजा
रक्षाबंधन पर बात करें तो सर्वप्रथम शिशशुपाल का वध करने के बाद श्रीकृष्ण का चक्र उनकी उंगली पर वापस आते समय उनकी कलाई में लग जाने के कारण रक्त निकलने लगा तब द्रौपदी ने अपनी साड़ी का पल्लू फाड़कर
विनेश फोगाट का जन्म हरियाणा के भिवानी ज़िले के बलाली गाँव में पहलवानों के परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने चाचा महावीर सिंह फोगाट से प्रशिक्षण प्राप्त किया। महावीर फोगाट प्रतिष्ठित द्रोणाचार्य पुरस्का
है युवा वही जो,तस्वीर बदल दे,निज भारत की ,तकदीर बदल दे।जो सद्चररित्र ,और प्रचेता हो,धर्मशास्त्र प्रणेता हो,हो स्वस्थ विचारों,का पोषक जिसको,निज कर्तव्यों का भान रहे,जिसकी हर धड़कन में ,हिन्दुस्तान रहे।
कौन कहता है कि आजाद हूं मैं!हकीकत तो यह है कि,पहले से अधिक बर्बाद हूं मैं।कैसी स्वतंत्रता! कैसी आज़ादी!जश्न किस बात का मनाते सब !कोई मुझसे आकर पूछे आखिर मैं आजाद हुई कब !!आंखों में हैं आंसू और&n
आया रक्षाबंधन परम पावनबहन भाई के स्नेह का प्रतीक हर्षित करता युगल मन भाई वो जो बहन का साथ न छोडे भाई वो जो बहन से मुख न मोड़े बहन वो जो करे हर कर्तव्य वहन&
नहीं समय ये है कान्हा कि तुम अपना जन्मदिवस मनाओ नहीं समय ये है कि पालने में झूलो माखन मिसरी खाओ है समय की मांग सुनो हे गिरिधारी बिलख रही है वसुंधरा मातालुट रही लाज पुत्रियों क
गुरु ही है जो ,दूर कर विकार,दे सके आकार ,फूंककर ज्ञान ,बना सके महान।
मैं हिंदी,गौरव मां भारती के भाल की पर,मां संस्कृत की प्यारी सुता मगर,हूं वंचिता,मान और पहचान से ,प्रतिष्ठा से और सम्मान से।अन्य भाषाएं मेरी सखी और संगिनी,जिनके साथ,मैं सरल और सुगम बनी।बीता बचपन,सूर के