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True love

1 फरवरी 2023

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यह कहानी एक मध्यमवर्गीय परिवार के एक लड़के की प्यार की सच्ची कहानी है जिसमें वह लड़का किसी लड़की की से सच्चा प्यार करता है और उसे पाने के लिए 7 साल तक इंतजार करता है यह बिना जाने हुए कि वह लड़की उसे प्यार करती है या नहीं और अंत में उसके प्यार की जीत होती है कहानी वर्ष 2000 में तब शुरू हुई जब एक 20 साल का लड़का जिसका नाम लकी था अपने परिवार के साथ मथुरा शिफ्ट हुआ जिस कॉलोनी में वो रहता था उसके घर से 5 घर छोड़कर एक लड़की रहती थी वह लड़का एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता था एक शाम को अपने मकान मालिक के लड़के के साथ दूध लेने जाते समय वह लड़की अपनी सहेलियों के साथ बाहर गली में खेलते हुए दिखाई दे वह लड़की इतनी खूबसूरत थी कि लड़का उसको देखते ही रह गया उसकी हिरनी जैसी आंखें और उसके चेहरे पर जो मासूमियत थी वह आज तक किसी लड़की में नहीं देखी थी वह लड़की बहुत प्यारी और मासूम थी उसकी तरफ लड़के ने देखा उस लड़की ने तो ध्यान भी नहीं दिया लड़की की उम्र केवल 12 साल की थी परंतु वह लड़का उसकी लड़की की तरफ खींचा जा रहा था लगता था कि उसका उससे जन्म जन्म का रिश्ता है इसी तरह लड़का रोज शाम को उसी समय निकलता था ताकि वह लड़की उसे दिखाई दे धीरे-धीरे लड़के ने उसके पापा को रोज नमस्ते करके पहचान बना ली अब उसके पापा उससे बातें करने लगे धीरे-धीरे होली का दिन आया लड़के ने सारी रात इंतजार किया कि कल होली पर उसको रंग लगाएगा परंतु उसके पापा ने लड़की को घर से बाहर नहीं आने दिया इसी तरह साल में कई बार वो लड़का उसके घर जाता पापा मम्मी से बात करता था वह लड़की दूर खड़ी अपनी झुकीआंखों को से उसको तिरछी नजर से देखती या शर्म आती रहती थी किसी किसी बात पर कभी कभी मुस्कुरा देती थी वह हमेशा अपने पापा के साथ ही स्कूल जाती थी लड़का कभी-कभी उसका पीछा करता परंतु उसके बात करने की कभी हिम्मत नहीं कर पाया एक दिन लड़के ने उसके पापा से कहा कि मैं आपके बच्चों को पढ़ा सकता हूं उसने सोचा कि लड़की को पढ़ाने का मौका मिलेगा परंतु पापा ने लड़की के भाई को पढ़ाने के लिए कहा लड़के ने कहा फिर भी वह खुश हो गया क्योंकि इसी बहाने अपने प्यार को देखने का अवसर मिल जाता था 1 दिन 2004 में लड़के की रेलवे में जॉब लगी लड़का मिठाई लेकर उस लड़की के घर पहुंचा तथा यह खुशखबरी थ और बातों बातों में अपने मोबाइल से लड़की का एक फोटो खींच लिया यही फोटो साथ लेकर वह नौकरी करने चला गया था वह जब भी मथुरा आता तोउस लड़की के घर जाता था और सारा समय उस लड़की को याद करता रहता और उसका फोटो सीने से लगाए रहता यह लड़का सोचता कि पता नहीं है लड़की मेरे भाग्य में है या नहीं क्योंकि लड़के और उसकी उम्र में काफी अंतर था अब लड़के की सरकारी नौकरी होने के कारण उसकी काफी रिश्ते आने लगे थे परंतु लड़का किसी ना किसी बहाने से शादी को मना कर देता था लड़के की 2007 में जब वह 27 वर्ष का हो चुका था उसकी जॉब बिजली विभाग में लग गई थी लखनऊ में ट्रेनिंग चल रही थी उससे पहले वह मिठाई लेकर उस लड़की के घर आया लड़की के मां-बाप घर पर नहीं थे वह लड़की आज 19 साल की हो चुकी थी बहुत बहुत ही ज्यादा खूबसूरत लग रही थी कि उसने दरवाजा खोला लड़का उसको देखकर होश खो बैठा उसने कल्पना भी नहीं की थी कि वह लड़की होगी उसने कहा मम्मी पापा घर पर नहीं है लड़के ने हिम्मत करके बताया कि मैं मिठाई देने आया था मेरी जॉब लखनऊ में लग गई है तब लड़की ने बताया कि उसका भी एयर होस्टेज मिशन लखनऊ में ही हो गया है अभी 3 दिन बाद लखनऊ जा रहे हैं लड़की की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और सोचने लगा किसी तरह लड़की से मुलाकात हो जाए तो अच्छा होगा लड़के ने रात में ही लखनऊ से कानपुर आने के लिए ट्रेन पकड़े और दिसंबर की जोर की सर्दी में प्लेटफार्म पर सो गया तथा मथुरा से लखनऊ आने वाली ट्रेन का इंतजार करने लगा या ट्रेन सुबह 4:00 बजे कानपुर आती थी उसके बाद ट्रेन आने पर उसने हर बोगी में खोजने लगा एक बोगी में उसको उसके पापा दिखाई दिए उसने उन्हें नमस्ते की और ऐसा प्रदर्शित किया जैसे वह मथुरा से लखनऊ जा रहा हूं और अचानक ही उनसे मिल गया बातों बातों में उसने पता करने की कोशिश की कि लखनऊ में कहां जा रहे हैं उसके पापा ने उन्हें नहीं बताया परंतु उसके पापा को उसने अपना फोन नंबर दे दिया कहा कि लखनऊ में कोई भी आवश्यकता पड़े तो फोन कर लीजिएगा लखनऊ उतर के उसने गंतव्य स्थान पर छोड़ने के लिए कहा उसके लिए भी उन्होंने मना कर दिया लड़का लड़की हसीन यादों को अपने दिल से लगा कर अगले दिन सुबह 6:00 बजे अपने हॉस्टल आ गया अगले दिन सुबह एक अनजान कॉल आया लड़के ने पूछा कि आप कौन बोल रही है लड़की ने बताया मैं गुड़िया बोल रही हूं लड़की की खुशी का ठिकाना नहीं लगा उसे लगा कि सारी मुरादें पूरी हो गई उसने लड़की से पूछा कि आपको मेरा नंबर कैसे पता उसने कहा कि जब आप पापा को बता रहे थे मैंने नोट कर लिया था लड़के ने शाम को लड़की से मिलने का समय लिया अच्छे से तैयार होकर एक छोटा सा गिफ्ट करीब उससे मिलने उसके हॉस्टल पहुंचा वहां से वह उसे घुमाने के लिए लखनऊ के दर्शनीय स्थल ले गया रास्ते में उस दिन बकर ईद होने के कारण काफी भीण थी उसे काफी उलझन हो रही थी उस लड़के ने अचानक उस लड़की का हाथ अपने हाथ में ले लिया फिर लड़की की तरफ डरते हुए देखा लड़की की आंखौ से मौन स्वीकृति दी उस लड़की का प्रथम स्पर्श उसके मन को रोमांचित कर रहा  था जिस चांद को एक बार दूर से देखना भी उसकी किस्मत में न था वह चांद उसके इतने करीब था क्या यह सपना था या सच उसे यकीन नहीं हो रहा था फिर उसने उसे बताया कि वह एक लड़की से प्यार करता है और फिर 1 दिन लखनऊ के चिड़ियाघर में उसने उस लड़की को बताया कि वह लड़की बस तुम ही हो मैं तुम्हें बेहद प्यार करता हूं उसे उम्मीद नहीं थी लेकिन लड़की ने उसके प्यार को कबूल कर लिया  दोनों एक दूसरे के साथ बहुत खुश थे और इधर उधर घूमते रहते शॉपिंग करते और साथ में समय बिताते थे एक साथ अपने भविष्य के सुंदर सपने देख रहे थे 1 दिन उस लड़के की पोस्टिंग कानपुर हो गई लड़का अब हर रविवार को लड़की से मिलने लखनऊ आता था वह पूरे दिन एक साथ रहते थे और घंटों फोन पर रात भर बातें करते रहते थे एक दिन उनके प्यार को किसी की नजर लग गई लड़की के हॉस्टल के वार्डन ने लड़की की शिकायत उसके पापा से कर दी कि वह अक्सर लेट आती है उसके पापा उसकी मम्मी को लेकर अचानक उसके घर आ गए तथा लड़की को काफी मारा पीटा उसकी सहेली का फोन लड़के के पास आया उसने बताया कि तुम्हारी गुड़िया को बहुत पीटा गया है और उसके मम्मी पापा उसका सारा सामान  पैक कर के उसे मथुरा वापस ले जा रहे हैं हमेशा के लिए  लड़के ने कई बार लड़की को फोन किया तो एक बार लड़की ने फोन उठाया उसने कहा आप जल्दी से लखनऊ आ जाइए लड़का तुरंत ट्रेन से लखनऊ पहुंचा परंतु वहां से लड़की जा चुकी थी अब उस लड़के का उस लड़की से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था लड़की को उस लड़की की बहुत याद आ रही थी उसकी आंखों से लगातार आंसू बहते जा रहे थे उसे एक रात पहले की बात याद आ रही थी जब रात के 2:00 बजे तक लड़की फोन पर बात कर रही थी तो लड़की ने कहा मुझे ऑफिस जाना है मुझे सो जाने दो लेकिन लड़की बात करने की जिद कर रही थी लड़के ने जबरदस्ती गुड नाइट बोल दिया और फोन काट दिया अब देखो उसके पास बात करने के लिए कोई नहीं था वह तन्हा अकेले में सिर्फ आंसू बहा रहा था आंसू बहाते बहाते कब आंख लग गई उसे पता नहीं चला जब आंखें खुली तो वह अपने कमरे में अकेला था और फोन बेजान पड़ा हुआ था आज फोन से कोई मधुर आवाज नहीं आ रही थी लड़के ने फिर रोना शुरू कर दिया यह उसकी जिंदगी हो गई थी वह सिर्फ रोता रोते रोते सो जाता और जागने पर फिर रोता रहता उसका किसी काम में मन नहीं लग रहा था उसकी जीने की इच्छा खत्म होती जा रही थी सात आठ दिन लड़के ने यही सोच के कांटे किस लड़की के साथ उसके पापा ने कुछ किया तो नहीं है सिर्फ बस भगवान से एक ही चीज मांगता कि भगवान प्लीज मुझे उस लड़की से दोबारा मिल पाता मस्त मस्त रहता कि भगवान ने मुझे उस लड़की से जुदा करने के लिए मिल पाया था लेकिन उसे कुछ बातें उसके प्यार के दोबारा मिलने का एहसास देती वही सोचता कि 7 साल वह सरकारी नौकरी में था घरवालों के काफी दबाव के बावजूद उसने शादी नहीं की थी वह नागपुर में सर्विस करता था उसका अचानक लखनऊ में नई सर्विस में चयन होना और उस लड़की का भी ट्रेनिंग में लखनऊ ही पहुंचना यह प्रदर्शित करता था कि उनको भगवान मिलाना चाहते थे उस लड़की ने उन्हें बार-बार बताया कि जब भी उसी चोट लगती तो वह सोचती कि अगर इस चोट के निशान नहीं बेटे तो वह लड़का क्या सोचेगा हर वक्त उस लड़की के दिल में उस लड़के का ही ख्याल आता था ऐसा लगता था कि मानो उनका जन्म जन्म का रिश्ता हो ऐसे रिश्ते जिसको भगवान न मिल जोड़ाथा तो आज भगवान उन्हें जुदा क्यों कर रहा है क्या वह लड़की उस लड़के से फिर कभी मिल पाएगी क्या उनका प्यार पूर्ण हो पाएगा यह जानने के लिए इस कहानी का अगला भाग जरूर पढ़ें


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रचनाएँ
Rista sat janam ka
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I want to say something about my love and for those boys who belong to middle class family nd from small town nd theylove to any girl but couldn't express their feelings this is the story of that type of boys to get their love because who are bond with each other since seven janam God helps them

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