4 सितम्बर 2021
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कुछ थोड़ा बहुत लिखता हूँ कभी समय मिले तो अवश्य पढ़े अभी छात्र हूँ आप सभी से सीख रहा हूँ इसलिए त्रुटिया क्षमा कीजिएगा 🙏🙏D
बहुत लाजवाब
5 सितम्बर 2021
धन्यवाद भाई
Bhut hi sundar
आभार भैया जी
<blockquote><em><strong>प्रकृति को आज परेशा हमने देखा है... <br> <br> जो कल पेड लगा गए थे उन्हें काट
<h6><em><strong>फख़त मेरा बस एक चांद से वास्ता था.... </strong></em></h6> <h6><em><strong>वो रा
<blockquote><em><strong>अपने दिल के जजबातो को लफ्जो से बयाँ करता हूँ.. <br> उसे आज भी पता है कि मै उ
<p>ज़िंदगी मे गमो का डेरा है..<br> <br> क्या पता कौन तेरा है कौन मेरा है..<br> <br> इस मुस्कराती दुनि
<b><i>फितरत मेरी सुर्खियों में रहने की थी....</i></b><div><b><i><br></i></b><div><b><i>मुझे शानोशौकत
शीर्षक - *खामोशी*<div><br></div><div>तू नाराज है तो बता मुझको.. </div><div>मेरी गलतियों की दे
जो जमाने की पुरानी रीति है <div>मैं भला कैसे ना उन पर काम करता </div><div>छोड़ कर जाना मु