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लफ्ज़

7 सितम्बर 2021

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अपने दिल के जजबातो को लफ्जो से बयाँ करता हूँ..
उसे आज भी पता है कि मै उसको कितना प्यार करता हूँ..
अपने अंदर की सारी कलाकारी को कागज  पर उतारता हूँ..
तब जाकर कही आप की खातिर शायरी लिख  पाता हूँ..






रवीन्‍द्र श्रीमानस

रवीन्‍द्र श्रीमानस

छात्र अवस्‍था में ही इतनी उत्‍तम काव्‍य कुशलता। तुम्‍हारे सफल साहित्यिक भविष्‍य के लिए शुभकामनाएं। लिखना जारी रखना, कोई पसन्‍द करे या न करे।

7 सितम्बर 2021

Shivansh Shukla

Shivansh Shukla

7 सितम्बर 2021

जी आप लोग द्वारा मिले प्रोत्साहन से ही लिखता हूँ अन्यथा भला मैं क्या लिख पाता हूँ आप सब के समक्ष आप सब से सीखता हूँ और मेरा वादा है कि मैं निरन्तर लिखता रहूगा

Shailesh singh

Shailesh singh

वाह छोटे भाई क्या गजब लिखा है 🤗

7 सितम्बर 2021

Shivansh Shukla

Shivansh Shukla

7 सितम्बर 2021

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7 सितम्बर 2021
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