0.0(0)
0 फ़ॉलोअर्स
1 किताब
जीवन के समंदर में गोदे खाता मैं हूँ क़र्ज़ की कश्ती पर सवार, रिश्तो के तूफ़ान लांगता मैं हूँ क़र्ज़ की कश्ती पर सवार | असमंजस की लह्ररों से थपेड़े खाता मैं हूँ क़र्ज़ की कश्ती पर सवार, ह्रदय में आ