shabd-logo

क़र्ज़ की कश्ती

11 अगस्त 2024

3 बार देखा गया 3

जीवन के समंदर में गोदे खाता 

मैं हूँ  क़र्ज़ की कश्ती पर सवार,

रिश्तो के तूफ़ान लांगता 

मैं हूँ क़र्ज़ की कश्ती पर सवार | 

असमंजस की लह्ररों से थपेड़े खाता 

मैं हूँ क़र्ज़ की कश्ती पर सवार, 

ह्रदय में आत्मविश्वास रखता 

मैं हूँ क़र्ज़ की कश्ती पर सवार, 

की लाऊंगा ऐसा दिन 

जब सफलता के किनारे पोहचुं 

तोह तोड़ दूंगा क़र्ज़ की कश्ती की सवार |                                    

           

Shivangi Dogra की अन्य किताबें

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए