सिखा दे हमें मुस्कराना वो हर पल😍😇
करने को तो है बयां इस दिल की कहानी,
पर काश मैं कह पाती इसको अपनी जुबानी.
कहने को तो इस दिल में है यूँ तो बहुत कुछ,
पर कम्बख्त ये दिल बयां करता ही नही कुछ.
दरियादिली इस दिल की तुम न पुछो बस,😐😐
खुशमिजाज़ ही रहता है पीकर भी ये हार का रस.
हैं हम तो नासमझ जो इसको न समझ पाए,
बस चाहत है अब तो की एक नया जीवन आये.
फिर से वो सुहाना बचपन लौट आये.😊😌😎
बिताये फिर वो दिन जो सबके मन को भाए.
है अब तो गुजारिश बस यही मेरी खुदा से,
की न दे वो हमको ये दौलत न शोहरत.
बस सिखा दे हमें मुस्कराना वो हर पल,
बस सिखा दे हमें वो खुश रहना हर पल,
बस सिखा दे हमें वो जीना मिल जुलकर.
बस सिखा दे .....!!!💗😇😊