पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर बार-बार सीजफायर उल्लंघन किए जाने के बाद भारतीय सेना ने एक बार फिर आक्रामक तरीके से अपनी जवाबी कार्रवाई की है। 23 अक्टूबर को पुंछ जिले से सटी एलओसी पर पाकिस्तान द्वारा गोलाबारी किए जाने के बाद, सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक के अंदाज में ही नियंत्रण रेखा से सटे पाकिस्तानी सेना क
कमांडो जानते थे. रास्ते में गांव पड़ेंगे. रात के समय उन्हें देखकर गांव के कुत्ते भौकेंगे. कुत्तों का भौंकना सुनकर सरहद पार दुश्मनों को भनक हो सकती है. लोगों को पता लगा, तो ऑपरेशन फेल हो सकता है. वो ये जोखिम नहीं ले सकते थे. इसीलिए प्लान बनाया. कुत्तों को बाघ, तेंदुए जैसे
दलालों को दलाली दिखीझूठों ने मांगा सबूत ।उनकी माँ शर्मिंदा होगी ,कैसे जने कपूत ।इस युग के जयचंद बनेये दुश्मन की चालों के मोहरे ।जख्म दे गए जनमानस को गहरे ।
आपनी असफलता सवालों से छुपाते हमारे नेता “हमें तो अपनों ने लूटा, गैरों में कहाँ दम था.. हमारी कश्ती तो वहाँ डूबी, जहाँ पानी कम था.” भारत का एक गौरवशाली इतिहास रहा है जहाँ हम अपने देश को माँ का दर्जा देते हैं। इस देश की मिट्टी को माथे पर लगाते हैं । एक ऐसा देश जो ज्ञान की