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स्वप्न के आम

आशुतोष मिश्रा (अनभिज्ञ)

3 अध्याय
1 लोगों ने खरीदा
6 पाठक
9 मार्च 2022 को पूर्ण की गई

यह कहानी दो बन्दरो की है जो अत्यंत शैतान थे उसकी शैतानी से पूरा जंगल त्रस्त था पर एक दिन उनको एक आम की गुठली मिलती है और वह आम के स्वप्न में खो जाते है । और सोचते है आम बड़ा होगा हम आम खायेंगे और बड़े बड़े स्वप्न । और वह उस गुठली को भूमि में गाड़ते है पेड़ निकलता है बड़ा होता है और उनको एक दिन पता चलता है कि वह आम का पेड़ था ही नही यह वह गुठली आम की थी ही नही । रोचक कहानी है आंनद ले धन्यवाद  

swapn ke aam

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पुस्तक के भाग

1

स्वप्न के आम

3 मार्च 2022
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एक बहुत बड़ा जंगल होता था चारो तरफ हरयाली ही हरयाली जहाँ सभी जानवर बहूत ख़ुशी ख़ुशी रहते थे । और एक दूसरो की बुराइयां भी करते थे और हँसी माजक भी होता था और फिल्मो की बाते भी होती थी वहाँ एक चूहा

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स्वप्न के आम 2

9 मार्च 2022
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पेड़ में जब पहुचे सबने हिरन के बारे में पूछा ।।दोनो बन्दरो ने कहा वह खो गया है उनकी माँ रोने लगी उस हिरन छिपकर रात किसी तरह गुजारी अब बड़ी मुश्किल से घर पहुँचा और सारी बात अपनी माँ

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स्वप्न के आम

9 मार्च 2022
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अब उनमे सुधार आने लगा रोज आम के पास जाते उसको पानी देते अब स्वप्न भी आम के आते । देखते देखते पेड़ विशालकाय हो गया पर आम नहीं आये और वो दोनों भी बूढ़े हो गए अब उस पेड़ पर बहुत से बन्दर र

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