प्रिया पाठक ,
हम आपके सदा आभारी रहेंगे कि आप मेरी कविताओं को पढ़ने के लिए समय निकाल रहे हैं परंतु मेरा यह प्रयास है कि आपका समय जाया ना हो अतः हमने अपनी पुस्तक:-[ काव्य तरंग :-)में प्रेम, वीरता, वियोग जैसे अनेक विषयों को ध्यान में रखकर यह पुस्तक लिखा है। मेरा यह प्रयास है की आपको इस पुस्तक में सभी प्रकार के रसों का रसास्वादन कराएं तथा आपको पूर्ण संतुष्टि करें
सहृदय धन्यवाद
उपेंद्र दुबे