2 दिसम्बर 2021
अगर महिलाएं अपनी सुन्दरता को नहीं अपनी बुद्धि को महत्व दें, तो उन्हें अपने अधिकारों के लिए लड़ना नहीं पड़ेगा।
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<p>जिन्दगी सवाल तो बहुत हैं!</p> <p>पर आजकल तेरी हर तस्वीर,</p> <p>मुझे खामोश कर जातीं है।</p> <p><b
<p><em><strong>शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं!🙏💐</strong></em></p> <p><br></p> <p><em><strong>"
<p><em> ये जो नफरत है ना...</em></p> <p><em>ये संसार की सारी खूबसूरती को ढक लेती है।</em></p>
<p><em><strong>कभी-कभी दौड़ जीतने के लिए नहीं बल्कि बहुत दूर तक जाने के लिए भी दौड़ि जाती है।</stron
<p><em><strong>हिंदी के सागर में, जब भी हम जाएं।</strong></em></p> <p><em><strong>ज्ञान-रूपी मोती से
<p><em><strong>ज़िद्दी हो तो संघर्ष आदत होगी</strong></em></p> <p><em><strong>न भीगी रात न सिसकते दि
<p><em><strong>अगर महिलाएं अपनी सुन्दरता को नहीं अपनी बुद्धि को महत्व दें, तो उन्हें अपने अधिकारों क
चुनौतियों और मनुष्य को इस तरह समझा जा सकता है, कि जैसे हम एक चाकू हैं और चुनौतियां पत्थर हैं जो रोज चाकू को धार देती है। जितनी तेज धार होगी उतनी आसानी से हर चीज काटी जा सकती है। ठीक इसी तरह चुनौतियां