shabd-logo

वोट महोत्सव

7 फरवरी 2015

293 बार देखा गया 293
अंततः दिल्ली चुनाव का मतदान संपन्न हो गया हमारे देश मे चुनाव आज कल एक राष्ट्रीय पर्व बन गया है जिसके आने पर सारा देश उल्लासित सा हो जाता है . क्या समाचार पत्र,टी.वी.चैनल राजनीति के विद्वान गण आदि सभी एक दम से अवतरित हो जाते है . ऐसा लगता है की जैसे सभी को कोई काम नहीं केवल देश की चिंता है पर इस राष्ट्रीय पर्व पर उनको कोई नहीं याद करता जिनके लिए इसका आयोजन होता है मतलब आम जनता उनका जिक्र तो प्रत्येक पार्टी के लोग करते है परन्तु उनमे से कितनो को वास्तव मे उनकी फ़िक्र होती है ये देखने लायक बात है देश का करोडो रुपये केवल इसको सम्पन्न कराने मे व्यय होते है.परन्तु कोई नहीं सोचता की इस धन का अपव्यय कैसे रोका जाए क्या हम इस धन को देश की तरक्की मे नहीं लगा सकते अगर हम चुनाव को उन्माद के रूप मे न लेकर अपने राष्ट्रीय कर्तव्य की तरह ले तो हम कितने धन की बर्बादी को रोक सकते है हम अपने समाज एवं देश का कितना भला कर सकते है आओ मित्रो एक बार हम इस बारे मे विचार करे तभी हम अपने देश को एक नई राह पर ले सकते है .
विजय कुमार शर्मा

विजय कुमार शर्मा

अच्छा विचार है

8 फरवरी 2015

1

युवा मन क़ी व्यथा

28 जनवरी 2015
0
3
1

आज फिर पापा की डाँट खाकर घर से निकला हूँ यार ये बड़े लोग भी न हम युवाओ की भावनाओ को कब समझेगे वही रोज़ का राग बेटा ज़िंदगी मई क्या करोगे आगे क्या करने का विचार है. क्या ज़िंदगी ऐसे ही गुज़रोगे बगैरह बगैरह इस संसार मे हर कोई हम पर अपनी आकांक्षोंका भार डालने पर लगा पड़ा है कोई ये नहीं सोचता की हम युवा क्या

2

अमरीकी जिन्हें डिजीटल कामयाबी तबाह कर गई

30 जनवरी 2015
0
3
1

सुबह होने को है. थोड़ा कोहरा, थोड़ा अंधेरा दोनों मिलकर सैन फ्रांसिस्को शहर को एक मटमैला सा रंग दे रहे हैं. ज़्यादातर लोग अभी अपनी नर्म-गर्म बिस्तरों में ही दुबके हुए हैं. लेकिन बहुत सारे ऐसे हैं जो जल्दी-जल्दी अपना पुराना कंबल, बदबूदार ओवरकोट, पानी का कनस्तर, एक-दो फटी किताबें और कुछ ऐसे सामान जिन्

3

मनुष्य का असली बल

31 जनवरी 2015
0
3
1

बहुत पुरानी बात है जापान के दो राज्यों में युद्ध छिड गया था ! छोटा जो राज्य था वो बड़ा भयभीत था हार जाना उसका निश्चित था !उसके पास सैनिको की संख्या कम थी छोटे राज्य के सेनापतियों ने युद्ध करने से इनकार कर दिया था राजा के खूब समझाने पर भी सेनापति राजी नहीं थे ,परेशान होकर राजा ने एक फकीर से म

4

वोट महोत्सव

7 फरवरी 2015
0
1
1

अंततः दिल्ली चुनाव का मतदान संपन्न हो गया हमारे देश मे चुनाव आज कल एक राष्ट्रीय पर्व बन गया है जिसके आने पर सारा देश उल्लासित सा हो जाता है . क्या समाचार पत्र,टी.वी.चैनल राजनीति के विद्वान गण आदि सभी एक दम से अवतरित हो जाते है . ऐसा लगता है की जैसे सभी को कोई काम नहीं केवल देश की चिंता है पर इस र

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए