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26/10/2022 :-भारत मे बढ़ता वायु प्रदूषण

26 अक्टूबर 2022

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प्रिय सखी ।
कैसी हो ।हम बस ठीक ही है ।एक तो दीपावली की थकावट ऊपर से ये प्रदूषण।खांसी ज्यादा ही बढ़ गयी है ।हे सखी कोई घरेलू नुस्खा ही बता दो जिससे ये मुई खांसी ठीक हो जाए।
अब की बार पुस्तक प्रतियोगिता मे किताबें कम लिखी जा रही है।
आज का विषय "भारत मे बढ़ता वायु प्रदूषण"
जिसके लिए मेरी ये कहानी ही पर्याप्त है।

कसूर क्या है मेरा।

"सोनू!खिड़की दरवाजे बंद कर दो जो बालकनी की तरफ खुलते है।बहुत धुआं आ रहा है।देखो दादी की खांसी बढ़ाने लगी है।और तुम्हे भी कल से जुकाम हो रहा है ।"पीयूष ने सोनू को लगभग डांटते हुए बोला।"प्लीज पापा थोडी देर और देखों ना बच्चे दीपावली के चार दिन पहले ही पटाखे फोडने लगे है।आप मुझे कब पटाखे दिलाओ गे।"
  दिल्ली के एक घर की सुबह मे बाप बेटे के बीच ये संवाद चल रहा था।पीयूष एक कम्पनी में  कार्यरत था।बेटा सोनू चार साल का पटाखो की जिद कर रहा था।चार दिन बाद दीपावली थी।बच्चो का स्वभाव ही होता है जब तक उन्हे अपनी मन की चीज ना मिले मचलते रहते है।वो ही बात सोनू के साथ थी।सुबह से शोर मचा रखा था ।कभी मम्मी के पास जाता ,कभी दादी के पास जाता ।सभी से यही गुहार लगा रहा था कि पापा को  बोलो मुझे पटाखे दिलाये।सोनू की दादी को अस्थमा था।जब से ये पराली जलाने लगे थे किसान तब से दिल्ली एनसीआर मे बिना ठंड के भी धुंध छायी रहती थी।आम लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो रहा था आँखे ऐसे जलती थी जैसे किसी ने मिर्च डाल दी हो आखों मे।फिर बच्चे और बुढ़े ख़ासकर बीमार लोगों का तो घर मे ही रहना मुश्किल था जब तक खिड़की  दरवाजे  ठीक से ना बन्द हो।फिर भी कमरों मे एयर पयूरिफायर लगाना पडता था।अस्थमा के  मरीजों का बुरा हाल था।सोनू की दादी की तबीयत बिगड़ती जा रही थी ।कल ही पीयूष अस्पताल से छुट्टी करा कर लाया था।जब ही पीयूष सोनू को बार-बार खिड़की दरवाजे बन्द करने के लिए बोल रहा था। पर सोनू का बाल मन कहा जानता था प्रदूषण को।बस उसे तो दीपावली पर चकरी बम अनार फोडने थे।सोनू ने जब दादी को बोला तो वह पीयूष से बोली,"लला दिला ला इसे पटाखे ।नही तो ये रो रो कर घर भर देगा।"पीयूष झल्ला उठा।,"माँ तुम देख रही हो ना पराली(खेतों मे फसल काटने के बाद जो शेष रह जाता है) को जलाने से कितना धुआं धुआं हो रहा है।उपर से पटाखो से और प्रदूषण होगा।रहना ही मुश्किल हो जायेगा ।"माँ बोली,"अरे लला एक बच्चे के पटाखे ना जलाने से कौन सा प्रदूषण कम हो जायेगा ।"पीयूष बोला,"माँ अगर सारे लोग यही सोचते रहे तो ये प्रदूषण  कभी कम नही होगा अगर हम शुरूआत करेगे तो और लोग भी आगे आयेगे।बस मैने बोल दिया तो बोल दिया।अब की बार पटाखे नही आयेंगे घर मे।"पीयूष पैर पटकता हुआ आफिस चला गया।सोनू सुबकते हुआ अपनी मम्मी की गोद मे जा छिपा।सारा दिन सोनू अनमना सा रहा।दीपावली का मतलब ही बच्चो के लिए अच्छी अच्छी मिठाइयां खाना और पटाखे बजाना होता है।सोनू की माँ ने सास की बीमारी के  चलते मीठा कुछ नही बनाया था।अब सोनू  किस तरह दीपावली मनाता।बेचारा बड़े दुखी मन से बाल्कनी में खड़ा हो कर दूसरे बच्चो को पटाखे जलाता देख रहा था।ज्यादा देर बाहर बाल्कनी मे खडे रहने से रात को ही सोनू की छाती रुक गयी।उसे सांस ही नही आ रहा था।रात को ही पीयूष सोनू को लेकर डाक्टर के भागा। नेबूलाईजर से भांप दे कर किसी तरह सोनू को सांस लेने लायक किया डाक्टर ने ।पर सख्त हिदायत दी कि मास्क पहनकर ही सोनू घर से बाहर निकलेगा।रात को सोनू अस्पताल से घर आ गया।सुबह जब उसकी ममी ने उसे स्कूल के लिए तैयार किया  तो मास्क लगा दिया सोनू के मुँह पर।सोनू स्कूल जाता जाता सोचे जा रहा था ।"मेरा क्या  कसूर "जो मै खुली हवा मे सांस नही ले सकता ,दीपावली पर पटाखे  नही जला सकता।अगर वो अंकल (किसान)ये पराली क्या बला है वो ना जलाते तो बच्चे  बुढ़े खुल कर सांस लेते और पटाखे फोडते  हुए दीपावली मनाते।सोनू के पास उसका कोई उत्तर नही था।थी तो बसआँखे नम थी।.................

देखा सखी । बड़ों की करनी बच्चों को भुगतनी पड़ती है ।
अब चलते है सखी अलविदा।
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रचनाएँ
दैनंदिनी सखी ( अक्टूबर )2022
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सुन सखी ,इस महीने हम और तुम मिल कर मनाएगी त्यौहार,दशहरा, दीपावली, भाईदूज एक साथ ।बस भगवान से यही प्रार्थना लोग अपने मन मे बसने वाले रावण का दहन करे।
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1/10/2022 :- महात्मा गांधी जी पर मेरे विचार

1 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो । बहुत दिनों बाद मुलाकात हुई है ।सच सखी बहुत खाली खाली सा लगता है जब तक मै तुम से अपनी मन की ना कह लूं।आज मंच पर ये संदेश प्रेषित किया है हमने कि सभी अकाउंट पर फोन वेरिफिकेशन कम्पल्स

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3/10/2022

3 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो हम अच्छे है। कल सप्तमी का व्रत था इसलिए कुछ लिख नही पाये ।किसी भी मंच पर । क्यों कि बगैर नमक के हमारा बीपी लो हो जाता है ।आज अष्टमी पूजन के साथ ही हमारा व्रत सम्पूर्ण हुआ ।पहले तो हम

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5/10/2022 :- विजयदशमी

5 अक्टूबर 2022
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हैलो सखी।कैसी हो हम अच्छे है और आप को व आप के परिवार को विजयादशमी के उपलक्ष्य में शुभकामनाएं देते है।कल डायरी लेखन मे प्रथम स्थान प्राप्त किया ।मन मे प्रसन्नता है।अब आगे किताब तभी प्रकाशित करेंगे जब र

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7/10/2022:- पछतावा

7 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।केसी हो । हम अच्छे है ।और शोप पर बैठे है।आज कल मौसम मे सर्दी घुलने लगी है ।ठंड का अहसास होने लगा है।इधर फरीदाबाद मे लगभग हर रोज बरसात आ रही है ।अभी अभी एक उपन्यास पूरा किया है ।और एक कहानी द

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9/10/2022:- आधुनिक जीवन शैली

9 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो हम अच्छे है।बस थोड़ा आहत है किसी दूसरे मंच पर प्रतियोगिता मे भाग लिया था।रचना को पढ़ा भी जा रहा था पर कुछ लोगों को दूसरों का आगे बढ़ना अच्छा नही लगता ।कम रेटिंग देकर उनको पता नही क्य

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14/10/2022:- डिजिटल निरक्षरता

14 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो।हम अच्छे है पर तबीयत खराब चल रही है । आशा है तुमने करवा चौथ का व्रत धूमधाम से मनाया होगा।हम तो कल सारा दिन ऐसे ही पड़े रहे ।फिर रात को चांद निकला तो तैयार होकर चांद को अर्घ्य दें कर

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16/10/2022 :- प्रेत और आत्मा

16 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है ।देहली शोप पर बैठे है ।तबीयत अभी ठीक नही है ।पर आज रविवार है तो यहां व्यापारी ज्यादा आते है ।इस लिए आना पड़ा। मंच से गुजारिश कि लेखक के वालेट की व्यवस्था सही ढंग से करें

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17/10/2022:- मेरा पहला कार्य दिवस

17 अक्टूबर 2022
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हैलो सखी।कैसी हो ।सब से पहले मेरी सखी को अहोई अष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।यह व्रत अपने बच्चों के लिए रखा जाता है।जैसे यूपी , बिहार की तरफ "जिवितिया "का व्रत रखा जाता है उसी प्रकार इधर हमारे तरफ हरिया

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19/10/2022 :-पारिवारिक विरासत

19 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है तबीयत मे थोड़ा सुधार हो रहा है । दीपावली के दिन भी नजदीक है ।घर की साफ सफाई कर रहे है ।धीरे धीरे ही हो पाती है ।और दिनों तो बेशक नौकरानी से करवा लूं पर दीवाली की साफ सफा

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21/10/2022:- त्यौहारों की अविस्मरणीय यादें

21 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है । दीपावली की तैयारी मे जुट गये है ।आज बेसन की बर्फी बनाई थी हमने ‌‌‌‌।कल कचोरी, लड्डू और गुलाबजामुन बनाएं गे। पतिदेव बाहर की मिठाई पसंद नही करते है ।मै तो शुरू से ही घर

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23/10/2022:- दीपोत्सव

23 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है । दीपावली पर ढेर सारी मिठाई ,कचोरी रसगुल्ले बनाएं है अब तुम्हें कैसे खिलाएं।पर मेरी तरफ से तुम्हें दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएं।आज का दैनिक विषय है :- दीपोत्सवदीपावली

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26/10/2022 :-भारत मे बढ़ता वायु प्रदूषण

26 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी ।कैसी हो ।हम बस ठीक ही है ।एक तो दीपावली की थकावट ऊपर से ये प्रदूषण।खांसी ज्यादा ही बढ़ गयी है ।हे सखी कोई घरेलू नुस्खा ही बता दो जिससे ये मुई खांसी ठीक हो जाए।अब की बार पुस्तक प्रतियोगिता म

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27/10/2022:- क्या मीडिया समाज का ध्रुवीकरण कर रहा है

27 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम ठीक है ।भाई दूज की ढेरों शुभकामनाएं।आज तो बच्चे अपनी बुआ जी के यहां गये है टीका निकलवाने। बच्चों की कोई बहन तो है नही इसलिए बुआ की लड़की से टीका निकलवाते है। साथ ही हमारे यहां दी

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29/10/2022 :- भ्रामक खबरें समाज के लिए जहर

29 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है अब तो खांसी मे फर्क है । आखिरकार ऐलोपैथिक दवाईयां लेकर ही आराम आया खांसी मे ।कितने ही घरेलू उपाय कर लो । हमारे पतिदेव घरेलू उपायों के हक मे है ।पर हमे अंग्रेजी दवाइयों क

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30/10/2022 :-छठ पर्व:- आस्था का त्यौहार

30 अक्टूबर 2022
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प्रिय सखी।कैसी हो ।हम अच्छे है ।आज तो छठ पर्व की धूम मची है ।जगह जगह छठ मैया के गीत गाये जा रहे है ।हमारी कालोनी मे भी छठ पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।आज का विषय समयानुकूल है।छठ पर्ववैवर्त पुराण

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