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यात्रा

8 अक्टूबर 2017

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ब्रह्म दत्त दुबे  पत्रकार/ लेखक   हैं नर्मदे माँ आये दिन यह नेता तेरी क्यो परिक्रमा कर रहे हैं ? अब राजा साहेब आये ... आजकल के नेता यात्रा बहुत कर रहे हैं । प्रधानमंत्री तो आजकल भारत सोने आते हैं और कुल्ली विदेशो में ही कर रहे हैं । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री अभी नर्मदा यात्रा से लौटकर मिशन 2018 की चुनावी यात्रा की तैयारी कर रहे हैं । भाजपा का यात्रा पर पट्टा जारी हो गया हैं । कोंग्रेस इन यात्राओं से परेशान हो न हो लेकिन कोंग्रेस के दिग्विजय जी को  इन यात्राओं को देखकर उन्नीस साल पुरानी धर्मिक मनौती याद आ गई.. । अब वो अपनी पत्नी के साथ छह माह के लिए नर्मदा परिक्रमा पर आखिरकार निकल ही पड़े हैं । पत्नी इसलिए साथ में थी क्योंकि राजा साहब ने रामचरित मानस पढा हैं । वो ऐसे वैसे थोड़े ही हैं उन्हें मालूम हैं कि बिना पत्नी के बिना कोई भी धार्मिक यात्रा या पूजा सम्पन्न नही हो सकती ..दिग्गी राजा माँ नर्मदा की परिक्रमा कर रहे हैं । दिग्गी का कहना यह उनकी राजनैतिज्ञ यात्रा नही हैं । अब कुछ लोग कह रहे हैं कि दिग्गी कोंग्रेस आलाकमान से खफा हैं । अरे भाई लोग हैं चार मुह चार बाते ..राजा साहब तो पहले से ही कर्नाटक , गोवा का प्रभार आलाकमान के मांगने पर दे चुके थे । अब तेलंगाना का प्रभार फिर मांगा तो राजा बली की भांति दे दिया और निकल पड़े यात्रा पर..अब मांग लो  गुहियाँ । अब कोंग्रेस की तरफ से प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री चाहे सिंधियां को बना दो चाहे कमलनाथ को बना दो ..अरे भाई वो तो यूँ हुआ कि अकबर मुगल सल्तनत की बागडोर सम्भालने के लिए तैयार हो गए और कमबख्त बैरम खां को अंधा करके हज यात्रा पर भेज दिया । अब ऐसा थोरी  होता हैं बन्ने खां सुनाते हैं कि बेचारा दिग्गी सन इकहत्तर से जुटा हेगा राजनीति करने में ..नगरपालिका अध्यक्ष रहा , तीन बार विधायक रहा ,मंत्री और सांसद के साथ कोंग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहा , दो दो बार बेचारा मुख्यमंत्री भी रहा अब बस मन भर गया और निकाल दिया यात्रा पे ..बन्ने मियां को भोत तजुर्बा हेगा ..वो के रय हेंगे की मैने दिग्गी से पेले ही बोल दिया था कि प्रदेश में राजनैतिज्ञ नसबंदी करवा दो कोई नेता ही नई पैदा होता ..अब घूमो घाट घाट । अब आर डी  को ले लो , आर डी  के दादा ने नेहरू जी के साथ कढ़ी खाई हैं । लेकिन दिग्गी के साथ कोंग्रेस का यह दुर्व्यवहार देख उन्हें कढ़ी की खटास अब महसूस हो रही हैं । वो कहते हैं प्रदेश की तासीर दिग्गी के अलावा किसी को मालूम नही ..ऐ सिंधिया तो आज के नए लड़के हैं । ऐ दिग्गी नर्मदा माँ की ओट में एक सौ दस सीटों की परिक्रमा लगाकर आला कमान के सामने नई मुशिवत खड़ी करेगा या तो हाई कमान उन्हें ही प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री बनाने के लिए वाध्य होगा ..नही तो फिर शिवराज के पांच वर्ष हमे ओर देखने को मिलेंगे ..आर डी कन्नू के पान के टपरे पर पान खाकर एक ही तर्क दे रहे हैं । जो पक्ष यानी सरकार का विरोध करेगा जनता उसे ही नेता मानेगी ..शिवराज के बाद दिग्गी की इस यात्रा को तो यही अर्थ हुआ न ..ओर पिच्च थूक दिया पान आर डी ने ..अब उन्होंने जिन जिन को पान खिलाया था वो तो उनकी हाँ में हाँ भरेंगे चाहे उनकी पीक के छीटें उनकी शर्ट पर आकर क्यो न गिरे हो ..खैर बोलो नर्मदा माई की फिर चिंता काई की ..अब दिग्गी आगे बढ़ रहे हैं यात्रा में उनके साथ उनकी पत्नी भी हैं । हम तो कहते हैं यात्रा करनी चाहिए फायदा मिलता हैं । आडवाणी जी को देख लो रथ यात्रा निकाली फायदा मोदी को मिल गया । पूर्व प्रधानमंत्री स्व चन्द्रशेखर से लेकर एन टी रामाराव ओर आंध्रा के वाई एस राजशेखर रेड्डी ने यात्राएं की हैं । फायदा हुआ हैं । हार्ट की बीमारी ठीक होती है कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता हैं । फायदा तो होता हैं यकीन जानो ..दिग्गी आगे बढ़ रहे हैं वो उस माँ नर्मदा की परिक्रमा कर रहे हैं जो इस दुनिया मे सबसे प्राचीन हैं । चन्द्रमौलि के पसीने से पैदा हुई यह बेटी जिसे लोग नर्मदा कहते हैं । इसकी धारा में कई रहस्य छिपे हैं कई योगी तपस्वी इसकी परिक्रमा कर चुके हैं । मान्यता यह भी हैं कि गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा आज भी नर्मदा की परिक्रमा करते हैं । तो दिग्गी भी माँ की परिक्रमा के लिए आगे आये हैं । सुना हैं मोदी का स्वच्छता मिशन सत्तर साल के नौजवान को परेशान कर रहा हैं । राजा को रांची के हल्ला बोल लूंगी खोल अभियान से डराया जा रहा हैं । खुले में शौच वर्जित हैं । सरकार दिग्गी को खुले में शौच करने के लिए मना कर रही हैं । राजा ने आवेदन दिया हैं कि चलित शौच उन्हें दिया जाए । अब सरकार एक दो किलोमीटर हो तो निगरानी करे  लेकिन यात्रा के किलोमीटर ज्यादा हैं । ऐसे में वो सोचती हैं भाड़ में जाये जो करो हम नही देख सकते । 

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