11 नवम्बर 2021
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प्रवीण मिश्र पत्रकार / एडवोकेट मुझे पढ़ने और लिखने में काफी आत्मसकून का अनुभव होता है, कहते है कि ज्ञान कभी जाया नही जाता और इस पर माया का प्रभाव नहीं चलता। हर सांस कुछ सिखाती है और हर धड़कन कुछ कह कर जाती है। इससे समाज को रूबरू कराना भी अपना दायित्व है। D