आप और हम जीवन के सच में आज आधुनिक उमंग के साथ जीवन जीते हैं और हम आप और हम सभी जीवन के सच में पात्र या अभिनेत्री और अभिनेता भी आप और हम जीवन के सच में हैं। हाँ सच आप पाठकगण ही हैं तो हमारे रंगमंच के कलाकार हैं आप और हम जीवन के सच में जो पाठक कहानी पढ़ते हैं वही मेरी कहानी के पात्र हैं आप और हम जीवन के सच में एक समाज में ही जीते हैं और रोज सुबह से शाम तक दिनकर अभिनय करते हैं और वो भी वास्तविक रुप में न हमारा कोई डू प्लेकेट न मौका घटना के साथ होता है।
आज हम आप और हम जीवन के सच में आज आधुनिक सोच के साथ आज के नारी पुरुष स्वंय को एक दूसरे से मन भावों में प्रतिस्पर्धा करते हैं। हम विवाह बंधन में बंधते हैं। तब हम पुरुषों में कमियाँ ढुढते हैं और पुरुष भी स्त्रियाँ में कमियाँ ढुढ़ते हैं। आप और हम जीवन के सच में हम सभी जीवन में शरीर और रुचि के साथ जीवन जीते हैं।और आज महिला और पुरुष के संबंध केवल पारंपरिक शारीरिक संबंध के साथ बदलते हैं।
आप और हम जीवन के सच में रीना और राजेश एक दूसरे को अपने स्कूल और कालेज समय से चाहते थे फिर दोनों की चाहत प्यार के रंग में परवान चढ़े और विवाह से पहले ही शारीरिक संबंध बने और फिर एक दूसरे से विवाह संबंध भी बने। जब रीना सुहागरात की सेज पर फूलों की सैया पर नई जिंदगी का इंतजार कर रही थी तब राजेश उस खुशी के अवसर पर नशे की हालत में रीना के पास आता है और रीना अपनी शैया पर जवानी के साथ नये सपने और मन की उमंगों में सुहागरात का आनंद लेने का इंतजार कर रही थी। उसके सारे मन का भाव और उमंग एक क्रोध में भर गये।और किस्मत को सोचते हुए। फिर वह उठ कर रात को ओ बाथरुम में जाकर अपनी शारीरिक इच्छा को नहाकर शांत कर सो गयी।
सुबह 🍵 की प्याली लेकर रीना राजेश के पास जाती है तब राजेश 🍵 पीकर रीना को बाँहों में भरकर प्यार करता है और उसे बिस्तर पर ले जाकर रात के संबंधों को सहयोग और अपने पौरुष जोश से भोग करता है और कुछ देर में तैयार हो आँफिस के लिए निकल जाता है उधर रीना अब समझ जाती है कि राजेश से विवाह उसकी बहुत बड़ी भूल है क्योंकि राजेश रीना को शारीरिक सुख देने में असमर्थ रहा। अब रीना राजेश में रोज रात को यही अपनी मर्जी की कशमकश होती है।
आप और हम जीवन के सच में रीना राजेश को एक नामर्दी का ताना भी देती है और बात डाइवोर्स पर पहुचकर संबंध खत्म हो जाते है यह रीना और राजेश का सच और कल्पना के साथ आज का आप और हम जीवन के सच का सफर है। आज हम केवल स्वार्थ और दिखावे के रंग में इश्क़ का रिश्ता समझते हैं। नारी भी अपने लम्हों को जवान होती चाहत के साथ सपने देखती है और पुरुष भी ऐसा ही सोचते हैं लेकिन हम एक दूसरे के सहयोगी और समस्या को रोकने के साथ जीवन की राह में कमियां नहीं रखते हैं तो सभी में है।
आप और हम जीवन के सच में नारी पुरुष का साथ केवल शारीरिक संबंध और वासना हवस ही नहीं है आज रीना और राजेश के जज्बातों से हम समझे की रीना और राजेश को एकदूसरे को समझते हुए जीवन खुशहाल बनाना था। परन्तु नारी पुरुष शारीरिक संबंध और चाहत के जज्बातों में शामिल है। फिर भी जिंदगी में एक दूसरे के सहयोगी बन कर जीवन खुशहाल बनाना चाहिए। आप और हम जीवन के सच और कल्पना के साथ हम नारी पुरुष को हमसफर दोस्त बन कर जीवन के सफर में एकदूसरे के सहयोगी और एतबार के साथ समर्पण का सच भी होना चाहिए ।
आप और हम जीवन के सच में आज की नारी और पुरुष का चंचल आचरण ही जीवन का अर्थ और मूल रूप में मन भावों का मंथन होता है।
आप और हम जीवन के सच में पढ़ते रहे..... 💝