‘जब बुढ़ापा मेरा दरवाज़ा खटखटाता है तो मैं भीतर से जवाब देता हूं कि विश्वेश्वरैया घर पर नहीं है। और वह निराश होकर लौट जाता है।‘-मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया भारत के महान अभियन्ता एवं भारतरत्न मोक्षगुंडम
अभियंता दिवस यानी इंजीनियर दिवस दुनिया भर में विभिन्न तिथियों पर मनाया जाता है। भारत में हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर दिवस मनाया जाता है। यह दिन महानतम भारतीय इंजीनियर भारत रत्न विश्वेश्वरै
द्वितीयअनुभव परिवार के साथ हमारी जयपुर यात्रा के दौरान, मैंने स्थानीय टूर ऑपरेटरों से संपर्क किया। वह कोई मुश्किल काम नहीं था. मुझे अपने होटल के पास ही एक टूर ऑपरेटर मिल गया। हमने अगले दिन ज
अभियंता दिवस, भारत में 15 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन इंजीनियरों को सलामी देने और उनके महत्वपूर्ण योगदान को मान्यता देने का अवसर होता है। इंजीनियरिंग एक ऐसा क्षेत्र है जो हमारे समृद्धि और विकास के
"अभियंता हैं हम, बुनते हैं आसमां, सपनों की ऊँचाइयों को हासिल करने का जरिया हम। जब भी कोई मुश्किल हो, समस्या हो विपत्ति, अभियंता बनकर ही होते हैं हमारे उपाय हम। इंजीनियरिंग के माध्यम से हम ने ब
"इंजीनियर हैं हम, इंजीनियरी है हमारी पहचान, सपनों को हकीकत बनाने का हमारा यही था अरमान। स्कूल के दिनों से लेकर काम के दिनों तक, डिज़ाइन और इंजीनियरी में है हम सदैव रहते ललक। सड़कों की बुनाई, इमा
अभियंता दिवस पर एक कहानी: यह कहानी है एक युवा अभियंता की, जिनका नाम आदित्य था. आदित्य एक सपने में यहाँ तक पहुँचने के लिए बहुत मेहनत कर रहा था। आदित्य का सपना था कि वह अपने अभियांत्रिकी कौशल का उ
अभियंता दिवस के इस खास मौके पर, हम सभी को गर्व है, यह जानकर सर्वदा। करते हैं वे निरंतर नवाचारों का आदान-प्रदान, संजीवनी शक्ति हैं वे, तकनीक के माध्यम से हमारे जीवन। इंजीनियर बने हमारे देश के ग
इंजीनियर वह व्यक्ति है, जोविज्ञान के मूलभूत ज्ञान का प्रयोग समाज एवं देश हित के लिए करता है । भारतरत्न सर मोक्षगुण्डम विश्वेश्वरैया (एम. विश्वेश्वरैया) एकप्रख्यात इंजीनियर और राजनेता थे । उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण मेंमहत्वपूर्ण भू
प्राचीन इतिहास में पहियाके आविष्कार सेआधुनिक समय में ड्रोनस तक | एकराष्ट्र के विकासमें इंजीनियर्स एकमहत्व