अजनबी
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<div align="left"><p dir="ltr">था<b><i> तो वो अजनबी, लेकिन कब मेरा बन गया ,पता ही नही चला।</i>
जिद्दी सा दिल मेरा ...बात मेरी माने ना ...जब भी कहती हूं इससे ... दिल किसी से लगाना नही ...ये मोह का मारा बैचारा उसी ओर चला जाता है .