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Bharti gupta के बारे में

एहसास को लिखने की नाकाम कोशिश करते रहते हैं.........

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Bharti gupta की पुस्तकें

तुम बिन क्या हम 2

तुम बिन क्या हम 2

कुछ दिन बाद- लक्ष्मी की शादी बड़ी धूम धाम से हुई ,,,जिससे रानू बहुत खुश थी पर वहीं  लक्ष्मी के मन में एक अनजान डर था ,,,,जो शायद वो खुद नहीं समझ पा रही थी क्या है और क्यों है । इधर रानू शादी के बाद बहुत खुश थी की चलो शादी तो अच्छे से हो गई अब लक्ष्मी

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तुम बिन क्या हम 2

तुम बिन क्या हम 2

कुछ दिन बाद- लक्ष्मी की शादी बड़ी धूम धाम से हुई ,,,जिससे रानू बहुत खुश थी पर वहीं  लक्ष्मी के मन में एक अनजान डर था ,,,,जो शायद वो खुद नहीं समझ पा रही थी क्या है और क्यों है । इधर रानू शादी के बाद बहुत खुश थी की चलो शादी तो अच्छे से हो गई अब लक्ष्मी

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क्या यही प्यार है

क्या यही प्यार है

कहनी कुछ सच्चाई है जो आज कल के माहोल में सच साबित होते हुए मैने खुद देखी है ।  कहानी सभी किरदार काल्पनिक है  ये बस कहानी किसी की जिंदगी से मिलती जुलती है , जो सच में  मुझे किसी ने सुनाया था  काफी टाइम पहले सोचा आप लोगो के साथ शेयर कर लू वैसे अगर आप ल

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क्या यही प्यार है

क्या यही प्यार है

कहनी कुछ सच्चाई है जो आज कल के माहोल में सच साबित होते हुए मैने खुद देखी है ।  कहानी सभी किरदार काल्पनिक है  ये बस कहानी किसी की जिंदगी से मिलती जुलती है , जो सच में  मुझे किसी ने सुनाया था  काफी टाइम पहले सोचा आप लोगो के साथ शेयर कर लू वैसे अगर आप ल

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जहां चाह  वहां रहा ।

जहां चाह वहां रहा ।

चाह दिल की पूरी होती

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प्यार

प्यार

प्यार

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प्यार

प्यार

प्यार

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तुम बिन क्या है हम

तुम बिन क्या है हम

ये कहानी है लक्ष्मी की जो 19 या 20 साल की होगी जिसका दिल दिमाग सब कुछ उसकी मां के कंट्रोल में है और उसकी शादी संजय से हो जाती है । आगे क्या होता है उसकी जिंदगी में ये वो खुद भी नही जानती : लक्ष्मी सुनो बेटा आज तुम्हे लडके वाले देखने आने वाले है तो

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तुम बिन क्या है हम

तुम बिन क्या है हम

ये कहानी है लक्ष्मी की जो 19 या 20 साल की होगी जिसका दिल दिमाग सब कुछ उसकी मां के कंट्रोल में है और उसकी शादी संजय से हो जाती है । आगे क्या होता है उसकी जिंदगी में ये वो खुद भी नही जानती : लक्ष्मी सुनो बेटा आज तुम्हे लडके वाले देखने आने वाले है तो

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अनचाहा सा इश्क मेरा

अनचाहा सा इश्क मेरा

ये कहानी है अर्जुन और वृंदा के अनचाहे से इश्क की .. एक मासूम सी लड़की कंचन की।

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अनचाहा सा इश्क मेरा

अनचाहा सा इश्क मेरा

ये कहानी है अर्जुन और वृंदा के अनचाहे से इश्क की .. एक मासूम सी लड़की कंचन की।

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उलझन

उलझन

ये कहानी है किसी के बेइंतिहा दर्द की ।

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उलझन

उलझन

ये कहानी है किसी के बेइंतिहा दर्द की ।

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अविका

अविका

अविका

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Bharti gupta के लेख

जिद्दी सा दिल मेरा

13 फरवरी 2022
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जिद्दी सा दिल मेरा ...बात मेरी माने ना ...जब भी कहती हूं इससे ... दिल किसी से लगाना नही ...ये मोह का मारा बैचारा उसी ओर चला जाता है .

वेलेंटाइन डे

12 फरवरी 2022
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वेलेंटाइन सबको याद रहा ....क्यों पुलवामा को भूल रहे ...प्यार प्यार सब करते यहां ...क्यूं पर मिटने वाले ना याद रहे ...उस दिन क्या मंजर था ! ना जाने कितनी मांगे , कोखे उजड़ी थी ...आज भी आती है याद

वेलेंटाइन डे

12 फरवरी 2022
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वेलेंटाइन सबको याद रहा ....क्यों पुलवामा को भूल रहे ...प्यार प्यार सब करते यहां ...क्यूं पर मिटने वाले ना याद रहे ...उस दिन क्या मंजर था ! ना जाने कितनी मांगे , कोखे उजड़ी थी ...आज भी आती है याद

अजनबी

9 दिसम्बर 2021
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<div align="left"><p dir="ltr">था<b><i> तो वो अजनबी, लेकिन कब मेरा बन गया ,पता ही नही चला।</i>

चाह को मिला रास्ता

14 अक्टूबर 2021
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<div>कहते है जहां चाह होती है ,रास्ता खुद बा खुद बन ही जाता है । ऐसा ही कुछ इस कहानी में है इस कहानी

जिंदगी

13 अक्टूबर 2021
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<div>ना मैं लक्ष्मी बनन चाहती हूं , ना सरस्वती मैं तो दुर्गा का वो रूप बनना चाहती हूं , जिसके हाथ मे

नखरे

29 सितम्बर 2021
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<div>नखरे करने ही है तो उसके सामने करना जो तुम्हे अपनी पलको पर ahr दम बिठाए रखे ... चाहे वो भा

जिंदगी

27 सितम्बर 2021
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<div>जिंदगी के आड़े टेढे रास्तों पर ऐ जिंदगी बस हम हम सीधे चल सके ।</div><div><br></div>

क्या यही परिवार है?

27 सितम्बर 2021
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आरव : मम्मी आप क्या चाहती हो साफ साफ बताओ । प्रोमिला , बेटा वो मै और तेरे पापा इस बार उसको आईफोन देन

हर पल हर लम्हा

25 सितम्बर 2021
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<div>हर पल हर लम्हा हम जीते रहे किसी की खुशी के लिए ।</div><div>पर उसी ने एक लम्हे ही हमें मार दिया

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