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अल्फ़ाज़ जिंदगी के

ABHISHEK (Ajain_words)

13 अध्याय
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18 पाठक
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हम सबके एहसासों को अपने शब्दों में पिरोकर उनकी हकीकत का सामना कराने की एक कोशिश । 

alfaaz jindagi ke

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पुस्तक के भाग

1

लेखन

27 अक्टूबर 2021
4
1
0

<div><span style="font-size: 16px;">लिखना तो एक कला है</span></div><div><span style="font-size: 16px

2

चाँद

27 अक्टूबर 2021
3
1
0

<div><span style="font-size: 16px;">चाँद को देख एक ख्याल आया</span></div><div><span style="font-size

3

एक राज

28 अक्टूबर 2021
9
8
4

<div><span style="font-size: 16px;">एक राज आंखों में छुपाया था</span></div><div><span style="font-si

4

इजहार

28 अक्टूबर 2021
1
2
0

<div><span style="font-size: 16px;">He - नजारे तो बहुत देखे है पर तुम पर नजर रुक सी गयी ।</span></di

5

हमारी बातें

29 अक्टूबर 2021
1
1
2

<div><span style="font-size: 16px;">बिन कहे जो कह दिया तुमने</span></div><div><span style="font-size

6

गुरु

1 नवम्बर 2021
0
0
0

<div><span style="font-size: 16px;">गुरु जो ना होता अगर</span></div><div><span style="font-size: 16p

7

सपना

2 नवम्बर 2021
0
1
0

<div><span style="font-size: 16px;">इक ख्याल की तरह उनसे मुलाकात हुई</span></div><div><span style="f

8

त्यौहार

3 नवम्बर 2021
2
1
0

*HAPPY DIWALI FRIENDS* ©️  Abhishek jain  IG Ajain_words त्यौहार ( दिवाली ) जगमग तारों की रोशनी तले  कुछ ख्वाबों के दीए जलाए हैं  अतीत की कुछ घटनाओं के लिए  हमने खुशियों के दिन मनाए हैं

9

बचपन

14 नवम्बर 2021
1
1
0

<div><span style="font-size: 16px;"><br></span></div><div><span style="font-size: 16px;">बच्चे निश्छ

10

बचपन

14 नवम्बर 2021
2
3
2

<div><span style="font-size: 16px;"><br></span></div><div><span style="font-size: 16px;">बच्चे निश्छ

11

कुछ तो बता जिंदगी

2 दिसम्बर 2021
1
2
1

<div>नाम अभिषेक जैन</div><div><br></div><div>शीर्षक कुछ तो बता जिंदगी</div><div><br></div><div><div>

12

उसूल

9 दिसम्बर 2021
0
1
0

<div><span style="font-size: 16px;">वक़्त का उसूल तो देखो</span></div><div><span style="font-size: 16

13

इंतजार

20 जुलाई 2022
0
1
0

लबो पर एहसास ए ज़िक्र का इंतज़ार है आंखों में गहराई का इंतज़ार है दूर से ही सही पर समझ आता है की उनके जज्बातो को भी हमारा इंतज़ार है मन तो हमारा भी व्याकुल है उनसे मिलन का पर प्रेम की ऋतु का इंतज़ार ह

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