
1 जुलाई 2018
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****मेरा परिचय**** परिचय नाम -नीरू मोहन *शिक्षा - 1. स्नातक 2. एन टी टी 3. पी टी टी 4. डी ई सी ई 5. एडवांस टेकनिकल कोर्स इन ड्रेस डिजाईनिंग(इंस्ट्रक्टर) 6. एम ए हिंदी 7. एम ए राजनीति विज्ञान 8. बीएड - हिंदी ,सामाजिक विज्ञान 9. एम फिल - हिंदी साहित्य शोध कार्य - आदिकाल और रीतिकाल 10. पी एच डी- कार्यरत * कार्यक्षेत्र - शिक्षिका ,साहित्य लेखन, समाज सेवा, मंच संचालिका * कार्य स्थल- बालभवन पब्लिक स्कूल मयूर विहार फेस-2 * विद्या - लेख, लघु कथा ,संस्मरण, छंदयुक्त और छंदमुक्त कविताएँ, दोहे, हाइकु, चौका, ताँका, रेंगा, सायली छंद, उद्धरण /अवतरण, सुविचार, कुंडलियाँ, नाटक, नुक्कड़ नाटक, भाषण, कहानी, लघु कथा, बाल कविता, समीक्षा, निबंध इत्यादि | *प्रकाशन - रचनाएँ साहित्यपीडिया मंच पर, काव्य संगम पुस्तक, नव पल्लव, नये पल्लव, साहित्य संगम एप, साहित्य संगम नारी ग्रुप, सवेरा पत्रिका, अविरल पत्रिका, मुलायम सिंह यादव पुस्तक में लेख, सांझा काव्य संग्रह, विभिन्न पत्रिकाओं, दीप देहरी कहानी संग्रह, अविरल धारा सांझा काव्य संग्रह, अमर उजाला, संदल सुगंध काव्य संग्रह, अंतरा, हिंदी लेखक डॉट कॉम, यू कॉटेशन्स डॉट कॉम, हाइकु मञ्जुषा ब्लॉग, लिट्रेचर प्वाइंट, गूगल, वेब और ब्लॉक पर प्रकाशित *सम्मान -साहित्य पीडिया मंच पर २८०० साहित्यकारों में शीर्ष तीस साहित्यकारों मे दसवाँ स्थान, उदिप्त प्रकाशन और आगमन साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच द्वारा रचनाकार सम्मान, साहित्य संगम संस्थान द्वारा दैनिक श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान, साहित्य संगम नारी संस्थान द्वारा दैनिक श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान, साहित्य संगम द्वारा दैनिक समीक्षा का अवसर आगमन साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच द्वारा आगमन राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य के रूप में सम्मानित । * एकल संग्रह- 1. पद्मांजलि ( नारी विशेषांक) 2. बाल साहित्य 3. हाइकु संग्रह * रूचि- पठन, लेखन, शिक्षण *** आगमन साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य । व्यवस्थापिका- अस्तित्व समूह (670 सदस्य) ईमेल पता - neerumohan6@gmail.com ब्लॉग पता - http//myneerumohan.blogspot.com neerumohan sahityapedia.com you quote neerumohan.comD
बहुत ही मार्मिक लेख है आपका
3 जुलाई 2018
अति सुंदर प्रेरणा जी अति सुंदर प्रेरणा जी
2 जुलाई 2018
आदरणीय नीरू जी,आपने बहुत ही जवलंत प्रश्न उठाया है. ऐसे दरिंदे को सिर्फ जेल की सजा नहीं मिलनी चाहिए.इन्हे मौत की सजा मिलनी चाहिए. जब तक हमारी सरकार इन्हे नपुंसक कर चराहे पर जिन्दा जलने की सजा नहीं सुनती तब तक इन दरिंदो की रूह नहीं कापेगी.मैं भी एक बेटी की माँ हूँ और हर पल इसी डर से गुजरती हूँ .हम औरतो को ही अपनी और अपनी बेटियों के रक्षा के लिए आगे आना होगा.इन दरिंदो से अपनी बेटियों का बचने के लिए हम सरकार और कानून के भरोसे न बैठ कर अपने आँख कान खुले रख ऐसे दरिंदो पर नज़र रखनी होगी.आप तो एक समाजसेविका है हमारी और हमारी बेटियों की पीड़ा को सरकार के कानो तक पंहुचा सकती है.हमे विश्वास है आप ऐसा एक दिन जरूर करेगी .आप को सादर नमन .
2 जुलाई 2018
समाज को झकझोरता एवं आईना दिखाता हुआ दिव्य मर्मस्पर्शी लेख ,,,,,,, सादन नमन
2 जुलाई 2018