तुलसीदास जी अपनी पत्नी के प्रेम में पागल थे , तो एक दिन उनकी पत्नी रतना ने उनसे कहा जितना प्रेम तुम मुझसे करते हो यदि इतनी भक्ति तुम श्री राम को कर लो
तो तुम्हे मोक्ष मिल जायेगा . उस दिन से उन्होंने पत्नी भक्ति छोड़ राम भक्ति शुरू कर दी और महान बन गए , श्री राम के दर्शन हो गए . इसलिए भक्ति करनी है तो ईश्वर की करो बेड़ा पर हो जाएगा वरना सदा मूर्ख बनते रहोगे .