स्थूल शरीर से इन्द्रियाँ , इन्द्रियों से मन और मन से बुद्धि सूक्ष्म है , परन्तु आत्मा इन सबसे सूक्ष्म होते हुए भी सबसे श्रेष्ट और बलवान है .इस प्रकार सबसे सूक्ष्म , बलवान और अत्यंत श्रेष्ट आत्मा को जानकार और बुद्धि के द्वारा मन को वश में करके तू इस काम रूप दुर्जय शत्रु को मार डाल .(3-42, 43)
Men says that the sensesare superior to their objects, the mind superior to the senses, understanding superior to the mind; higher than understanding is the self. Knowing the self beyond understanding, sustain the self with the self. Great warrior, kill the enemy menacing you in the form of desire!