यह योग न तो बहुत खाने वाले का , न बिलकुल न खाने वाले का ,न बहुत शयन करने वाले का , और न ही सदा जागने वाले का ही सिद्ध होता है . दुःखो का नाश करने वाला योग तो यथा योग्य आहार -विहार कर्मो में यथायोग्य चेष्टा और यथायोग्य सोने तथा जागने वाले का
ही सिद्ध होता है . (6-16, 17 )
Gluttons have no discipline, nor the man who starves himself, nor who sleeps excessively or suffers wakefulness. When a man disciplines his diet and diversions, his physical actions, his sleep and waking , discipline destroys his sorrow