ॐ , तत् , सत् , यह तीन प्रकार का सच्चिदानन्दन ब्रह्म का नाम है ; उसी से सृष्टि के आदिकाल में ब्राह्मण और वेद तथा यज्ञादि रचे गए (17-23)
Om,Tat,Sat: "That is the real"---this is the simple symbol of the infinite spirit that gave a primordial sanctity to priests, sacred lore, and sacrifice.