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इस रस भरे संसार मे देख चलती लाश बडा़ शर्मिंदा हूंपर हमारे आकड़ों में तुम जिंदा हो मै जिंदा हूंफितरतें हमारी हम बने फुरसत मे कभीफिर स्वागत करता नभ है जिसका तुम भी वही परिदां हो मै भी वही परिदां हूं।