जो दुष्टों की चाल नहीं चलता
जो पापियों की राह नहीं जाता
न बैठता खिल्ली उड़ाने वालों के संग
धन्य व्यक्ति है वो कहलाता।। 1।।
जो उसकी व्यवस्था से प्रसन्न रहता
जो चरणों में उसके सदा ध्यान करता
सब काम सफल होते हैं उसके
जिसे स्वयं प्रभु धन्य कहता।। 2।।
है वह उस वृक्ष के अनुहार
जो लगाया जाए सरिता कगार
देता फल अपनी ऋतु में
पत्ते न कभी होते बेजार।। 3।।
दुष्ट लोग ऐसे नहीं होते
नहीं काम सफल उनके होते
लगा जो झोका हवा का उनको
भूसी समान उड़ जाते।। 4।।
दुष्ट लोग कचहरी में न रहेंगे
न पापी धर्मनिष्ठ मंडली में रुकेंगे
जानता है यहोवा मार्ग धर्मी का
पर दुष्ट का मार्ग नष्ट करेंगे।। 5।।