की परीक्षा शैतां ने, मुझको तुम सलाम करो
गिरा दे अपने को, कहेगा तेरा प्रतिपाल करो।
वचनों से बोलो तुम, अाये परीक्षा कुछ भी
मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
(मत्ती 4:1–11)
सुन लिया है तुमने बुरे का प्रतिकार करो
कहा गया बैरी से बैर पड़ोसी प्रेम रखो।
कहता हूं मैं बैरी से प्रेम कर दोषी को माफ
मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
(मत्ती 5:38–48)
हो दमक जिसमे, न ऐसा धर्म का काम करो
न जान पाए कोई देते वक्त, सावधान रहो।
कर प्रार्थना गुप्त में, जहां पिता देखता हो
मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
(मत्ती 6:1–8)
न छाई हो उदासी, जब तुम उपवास करो
हूं मैं उपवासी न तुम प्रचार करो।
लोग नहीं पिता तुमको उपवासी जाने
मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
(मत्ती 6:16–18)
इस धरती पर न धन का इंतजाम करो
कीड़ा काई चोरों को न मौका प्रदान करो।
जहां है धन तेरा मन वहां लगा रहेगा
मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।
(मत्ती 6:19–21)
कैसे जिया मैने, जीवन मेरा याद करो
दे दिया सब कुछ मैनें तुम याद करो।
सुनकर मेरे वचनों को तुम
अपना जीवन खुशहाल करो।।
महेन्द्र "अटकलपच्चू" ललितपुर (उ. प्र.)
मो. +918858899720
दिनांक– 10/03/2022
____________________________________