shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

बुशरा

Kumar Sandeep

5 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
3 पाठक
निःशुल्क

इस कहानी में एक व्यक्ति अपनी पत्नी और उसके दोस्त को दो परस्पर ऐसे अपरिचित व्यक्तियों की कहानी सुनाता है जो संयोगवश मिलते हैं और एक प्रेम त्रिकोण की शुरूआत होती है। इस प्रेम कहानी में पात्रों के माध्यम से प्रेम के विभिन्न रूपों के साथ-साथ प्रकृति एवं इसके गूढ़ रहस्यों को भी समझाने का प्रयास किया गया है।  

bushara

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

बुशरा

12 मार्च 2023
2
0
0

टिंग-टोंग... डोरबेल बजी तो कुछ ही देर बाद किरण ने दरवाज़ा खोला। सामने अमन था। किरण- अमन! अच्छा हुआ तू आ गया। मेरी जान छुड़वा इनसे। अमन को देखते ही राहत भरी सांस लेकर बोली किरण तो उसने हैरानी से पूछ

2

बुशरा

12 मार्च 2023
0
0
0

टिंग-टोंग... डोरबेल बजी तो कुछ ही देर बाद किरण ने दरवाज़ा खोला। सामने अमन था। किरण- अमन! अच्छा हुआ तू आ गया। मेरी जान छुड़वा इनसे। अमन को देखते ही राहत भरी सांस लेकर बोली किरण तो उसने हैरानी से पूछ

3

बुशरा

12 मार्च 2023
0
0
0

टिंग-टोंग... डोरबेल बजी तो कुछ ही देर बाद किरण ने दरवाज़ा खोला। सामने अमन था। किरण- अमन! अच्छा हुआ तू आ गया। मेरी जान छुड़वा इनसे। अमन को देखते ही राहत भरी सांस लेकर बोली किरण तो उसने हैरानी से पूछ

4

बुशरा

12 मार्च 2023
1
0
0

टिंग-टोंग... डोरबेल बजी तो कुछ ही देर बाद किरण ने दरवाज़ा खोला। सामने अमन था। किरण- अमन! अच्छा हुआ तू आ गया। मेरी जान छुड़वा इनसे। अमन को देखते ही राहत भरी सांस लेकर बोली किरण तो उसने हैरानी से पूछ

5

बुशरा

12 मार्च 2023
0
0
0

टिंग-टोंग... डोरबेल बजी तो कुछ ही देर बाद किरण ने दरवाज़ा खोला। सामने अमन था। किरण- अमन! अच्छा हुआ तू आ गया। मेरी जान छुड़वा इनसे। अमन को देखते ही राहत भरी सांस लेकर बोली किरण तो उसने हैरानी से पूछ

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए