इस पुस्तक में ज़िन्दगी की उन कड़ियों को जोड़कर प्रस्तुत करने की मंशा की गई है जिसे इंसान समझकर या तो सचेत हो सके या फिर आने वाली संभावनाओं को पहचान सके। परिवार, समाज, रिश्तेदार या दोस्त, उन सभी में लोग किस तरह अपनी खुशियां ढूंढते है और इच्छाओं की पूर्ति न होने पर किस प्रकार की भावना जागृत होती है उसे शब्दों के माध्यम से बस उकेरने की कोशिश की गई है। धीरे-धीरे कहानी के सार को समझने के बाद आप स्वयं इसे खुद से जुड़ता हुआ पाएंगे। उम्मीद है यह कहानी आपको पसंद आएगी।