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जय त्रिवेदी 'अखिल'

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इस लघुकथा एक निरीह पक्षी के प्रति मानवीय संवेदना को व्यक्त करती है।  

bikhare panne

0.0(1)


बहुत प्रशंसनीय कहानी लिखी है आपने 👍🙏🙏

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