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चिरकाल और वृकुटी की बात

14 मई 2022

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सरकार ने जब सोचा क्यों उन पांचों भाइयों की संपत्ति पर कब्जे में कैसे कर पाऊंगा तो उसने वृकुटी को बुलाया और अपने पास उसे  नौकर बना कर रख लिया कुछ समय बीतने पर उसने अपने मन में मनगढ़ंत कहानियां बनाना शुरू की और उस वृकुटी से बोला कि बेटा क्या तू मेरे यहां काम करता है उसने कहा नहीं आप मेरे यहां काम करते हो वृकुटी का तो काम ही ऐसा था क्यों से जो भी कोई पूछता उसका ठीक उल्टा जवाब देता था एक समय की बात है उस वृकुटी से चिरकाल ने कहा कि बेटा यह पत्र लो और इसे ले जाकर धैर्य को देना और यह पत्र लो यह ले जाकर पवन को देना वह दोनों पत्र लेकर धैर्य और पवन के पास गया दोनों को पत्र दिए अलग-अलग जाकर और वहां से वह चला गया जब धैर्य ने वह पत्र पढ़ा तो उसके पैरों के नीचे धरती खिसक गई वह सोचने लगा कि मेरा भाई ऐसा कैसे कर सकता है उस पत्र में लिखा हुआ था कि भाई बहुत दिन हो गए आप ही की में बात करता हूं आप ही की सुनता हूं आप जो कहते हो वही करता हूं लेकिन अब मेरे से यह काम नहीं होगा और मैं आप से अलग होना चाहता हूं वही पत्र जब पवन ने पढ़ा तो उसमें लिखा हुआ था कहे पवन मेरा नाम पर है मैं तेरा बड़ा भाई बेशक हूं लेकिन तू आराम से बैठा बैठा खाता है और मैं कार्य करता हूं सारा दिन मेरा माइंड बिजनेस में रहता है अब मैं तुझे बैठे-बैठे नहीं खिला सकता तू मेरे से अलग हो जा जब दोनों पत्र दोनों भाइयों को मिले अब तो दोनों के पसीने छूट ना शुरू हुए दोनों सोचने लगे कि मेरे भाई ऐसा कैसे कर सकते हैं और वह भी इस पागल के हाथों में जो आया कुछ ना कुछ तो चाल है इसमें स्वयं ना आ सके दोनों भाई आपस में विचार कर रहे हैं कि अब कैसे छुटकारा मिले
Monika Garg

Monika Garg

बहुत सुंदर रचना कृपया मेरी रचना पढ़कर समीक्षा दें https://shabd.in/books/10080388

14 मई 2022

Amit yadav

Amit yadav

14 मई 2022

Thanks

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रचनाएँ
आतंक ही आतंक
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इसमें आपको मालूम होगा कि कोई महिला हो या पुरुष सबको जीने का हक है लेकिन इसके बावजूद भी लोग खुशहाल और समृद्ध नहीं है
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एक मां की बेटे बेटियों के नाम

13 मई 2022
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बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक बूढ़ी मां रहती थी जिसकी उम्र लगभग 80 साल की होगी उसका नाम देवंती था उसके 5 पुत्र थे 2 बेटियां थी बड़े बेटे का नाम धैर्य था जो से छोटा था उसका नाम पवन उससे जो छोट

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वृकुटी से धैर्य की बात

13 मई 2022
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जब धैर्य नहीं वृकुटी से पूछा कि तुम में है आवाज क्योंकि तो वह कहने लगा यह आवाज मैंने नहीं की उसने फिर पूछा क्या आवाज तुमने क्यों की उसने कहा मैंने नहीं की उन्होंने कहा ठीक है कोई बात नहीं लेकिन

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चिरकाल और वृकुटी की बात

14 मई 2022
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सरकार ने जब सोचा क्यों उन पांचों भाइयों की संपत्ति पर कब्जे में कैसे कर पाऊंगा तो उसने वृकुटी को बुलाया और अपने पास उसे नौकर बना कर रख लिया कुछ समय बीतने पर उसने अपने मन में मनगढ़ंत कहानियां बना

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