मैं vicky Sharma , आपके सामने एक क्राइम थ्रिलर स्टोरी पेश करता हु। आशा है कि आपको ये कहानी पसंद आए। धन्यवाद । मुंबई एक व्यस्त नगर है। इसी व्यस्तता के बीच तीन दोस्त अमर , आशीष और मोहन भी रहते थे। त
सरकार ने जब सोचा क्यों उन पांचों भाइयों की संपत्ति पर कब्जे में कैसे कर पाऊंगा तो उसने वृकुटी को बुलाया और अपने पास उसे नौकर बना कर रख लिया कुछ समय बीतने पर उसने अपने मन में मनगढ़ंत कहानियां बना
बाहर हल्की हल्की बारीश हो रही थी. इस मौसम में चाय का प्याला देखकर इस्पेक्टर मनोज के चेहरे पर ताजगी का भाव आ गया और वे आराम से चाय का आनंद लेने लगे. उसी वक्त लगभग 35-40 वर्ष के एक व्यक्ति ने थाने में प
आसमां छूने का स्वप्न कौन नही देखता ? अपने जीवन में आगे बढ़ना कौन नही चाहता हैं ? सभी अपने लाइफ में लगातार सफलता के सीढियाँ चढ़ना चाहता हैं . हर कोई पैसे के पीछे भागता हैं . मुझे भी सभी लोगो
जब धैर्य नहीं वृकुटी से पूछा कि तुम में है आवाज क्योंकि तो वह कहने लगा यह आवाज मैंने नहीं की उसने फिर पूछा क्या आवाज तुमने क्यों की उसने कहा मैंने नहीं की उन्होंने कहा ठीक है कोई बात नहीं लेकिन
बहुत समय पहले की बात है एक गांव में एक बूढ़ी मां रहती थी जिसकी उम्र लगभग 80 साल की होगी उसका नाम देवंती था उसके 5 पुत्र थे 2 बेटियां थी बड़े बेटे का नाम धैर्य था जो से छोटा था उसका नाम पवन उससे जो छोट
कभी सज़ा कराती थी रातें मेरी बस्ती में | खुदा को रास न आई मेरी रातें | खुदा ने उजाड़ दिया मेरी बस्ती को। अब नहीं सजती रातें मेरी बस्ती में |मैं रुका हुआ रुक सी गई मंज़िल |अब कहा किसी की तला
54पुलिसकर्मियों के साथ पत्रकार रिपुदमन सिंह डीआईजी साहब से मिलने के लिए चल दिया। अब उसे सुकून महसूस हो रहा था कि वह पत्रकार की हैसियत से मिलने जा रहा है। किसी अपराधी की तरह नहीं ले जाया जा रहा है।&nbs
54पुलिसकर्मियों के साथ पत्रकार रिपुदमन सिंह डीआईजी साहब से मिलने के लिए चल दिया। अब उसे सुकून महसूस हो रहा था कि वह पत्रकार की हैसियत से मिलने जा रहा है। किसी अपराधी की तरह नहीं ले जाया जा रहा है।&nbs