दीपक गोयल
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SHUKHIYADHUKHIA
एक लड़का था एक लड़की थी प्रभु की लीला आसनए हुए धनी राम धीमर के घर जुड़वां बच्चे उत्तपन्न हुये माँ न दोहरा व्यवहार किया बेटे की गरिमा बड़ी रही लड़के को गोदी उठा लिया लड़की धरती मे पडी रही बेटे को माँ की गोद मिली बेटी दाई न बहला दी लड़के
SHUKHIYADHUKHIA
एक लड़का था एक लड़की थी प्रभु की लीला आसनए हुए धनी राम धीमर के घर जुड़वां बच्चे उत्तपन्न हुये माँ न दोहरा व्यवहार किया बेटे की गरिमा बड़ी रही लड़के को गोदी उठा लिया लड़की धरती मे पडी रही बेटे को माँ की गोद मिली बेटी दाई न बहला दी लड़के