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देश के शहीदो तुम को मेरा सलाम

26 दिसम्बर 2021

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देश के शहीदों तुमको मेरा सलाम

मिट गए जो देश के खातिर
   उनको मेरा सलाम 
   कर गए जो आजाद देश को 
   उनको मेरा सलाम 
सलाम, सलाम ,सलाम देश के शहीदों तुमको मेरा सलाम     
  किया जो तुमने काम वो सब कर नहीं सकते 
आजादी के लिए मरे तुम ,सब मर नहीं सकते 
यह त्याग जो तुमने किया, उसको मेरा सलाम 
भारत की बुलंदियों में रहेगा तेरा नाम
 रोशन खुदा है जग में, रोशन तेरा हो नाम  
हे देश के शहीदों तुम को मेरा सलाम
    शत शत नमन करूंगा, तुमको यह वचन दूंगा।
 गुलामी ना आने दूंगा  देश में ,जब तक रहेगा तन में प्राण लड़ता रहूंगा मैं देश के दुश्मनों से
  मरता रहूंगा मैं देश की शान की खातिर
 मैंने जो कसम ली इस कसम को सलाम 
देश के अमर शहीदों तुमको मेरा सलाम 
घुसने नहीं दूंगा सीमा पर, किसी भी घुसपैठिए को निशाना साध कर ऐसा मारूंगा ।
दुश्मन का सीना छलनी कर दूंगा।
 सीमा पर जो घुसने आए ,जीवित किसी को ना छोडूंगा ।जान हथेली पर रखकर,हम प्रण आज ये खाते हैं।
 आंच नहीं आएगी देश पर, 
       जब तक हम देश के प्रहरी हैं।
 भारतमाता के हम लाडले बेटे
      मृत्यु की बलिवेदी पर चढ़ जाएंगे ।
पर शीश कभी ना झुका है। ना किसी के आगे झुकाएंगे
 देश के अमर शहीदों, अब तुम हो जाओ  शान्त 
       तुमको रहेगा हमारा सलाम
                लेखक अजय कुमार
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रचनाएँ
कविताएं देश प्रेम की
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मेरी मां, मेरी दुनिया मेरी मां मेरी दुनिया मेरी मां के चरणों में ,सारा ये संसार बसा मां मुझे सब कुछ देने वाली, मेरी मां मेरी विपदा हरने वाली और किसी से क्या मैं मांगू मेरी मां है। सब कुछ देने वाली मां से बढ़कर कौन जगत में मां की तुलना हो नहीं सकती मां ओ मेरी मां, मां से बढ़कर कोई नहीं है। मुझको मां ने जन्म दिया है। मां की गोदी में मैं खेला मां ने ही उंगली पकड़कर मुझको चलना सिखलाया मां को छोड़कर कहां मैं जाऊं मां के बिना इक पल ना रह पाऊं मां तूने हंसना सिखाया तूने ही रोना बतलाया गोदी में मां लेकर तूने ,अपने स्तन का दूध पिलाया तुझे भूल जाऊं मैं मां, कभी ऐसा हो नहीं सकता मां तुझे छोड़कर इस दुनिया में , मैं इक पल जी नहीं सकता मां तू ही धूप है।, मां तू ही छांव है। मां तू मेरे जीवन का मकसद है। मां तेरे चरणों की पूजा, मैं दिन-रात करूंगा ये अपना सारा जीवन ,मां तेरे चरणों में अर्पण कर दूंगा ।दुनिया की सारी खुशियां, तुम पर ही समर्पण कर दूंगा। मैं मिट जाऊं ,मैं मर जाऊं, तो भी तेरा लाल कहाउँगा। एक वादा है।मां मेरा तुमसे तेरे कदमों में सारी खुशियां, मैं लाऊंगा । मां तेरा दामन में अब छोड़ कर, कहीं ना जाऊंगा। तेरी प्रतिष्ठा पर अब आंच ना आने दूंगा। कसम है। मां तेरे बेटे की ,अब मान ना घटने दूंगा कोई मां तुझे आंख दिखाये, वह अपनी जान से जाएगा मां तेरा बेटा अपना वचन निभाएगा। लेखक अजय कुमार comment main jay mata di likhe . Prem se bolo jay mata ki.

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