Desh bhakti geet desh ko samarpit
आज विपत्ति भारत में छाई है
चीनी साम्राज्यवादी ने भारत पर आंख उठाई है।
अंतिम समय है आज जंग का
मानो मेरा कहना मानो
ऐ देश के धर्म अनुयायियों मेरा कहना मानो
आज तुम अपना होश संभालो।
खतरे में भारत देश पड़ा है।
बैर भाव अब छोड़ो।
आपसी कटुता आज मिटा दो
आज मेरे मजहबी भाइयों, अपने भाई से हाथ मिला लो।
वरना भारत की हार हो जाएगी
और देश में फिर से गुलामी छाएगी।
भारत में फिर से कयामत आएगी
कहना मानो मेरा कहना मानो
ऐ देश धर्म के अनुयायियों मेरा कहना मानो
हम एक ही सिक्के के दो पहलू हैं
हम सब हैं आपस में भाई भाई
ऐसा ना हो। कहीं हार हो जाए
चीनी जो अभिमानी है तो
हमें उसको सबक सिखाना है।
आज मेरे मजहबी भाइयों
हमें संग संग लड़ने जाना है
कुछ भी हो जाए हमको
ये जंग जीत कर आना है।
चीनी जो अन्यायी है तो उसको सबक सिखाना है
भारत के तिरंगे का विश्व में सम्मान बढ़ाना है।
हिंदू मुस्लिम, सिख, ईसाई एक साथ अब आओ
जैन बौद्ध और पारसी आओ
रण में लड़ने का अब तुम पैगाम सुनाओ
हमारा है। इतिहास पुराना
हमें इसकी रक्षा का वचन निभाना है
मेरे देश के लोगों मेरा कहना मानो
तुमको अब आगे आना है।
कोरोनावायरस है व्यापक महामारी
इससे बचने का हर संभव उपाय अपनाना है
हमें अपना प्यारा भारत देश बचाना है
हिंद का नाम विश्व में फैलाना है।
कोरोनावायरस की जंग हमें जीत जाना है।
लेखक अजय कुमार