व्यसन (बुरी लत)
व्यसन (बुरी लत) वो बर्बादी का रास्ता है , जिस पर आजतक जो भी चला है उसका हमेशा नुकसान ही हुआ है, चाहे वो धन दौलत का हो, घर संसार हो या हसती खेलती जिंदगी का.
आसान भाषा में कहा जाए तो नशा (बुरी लत) एक शाप की तरह है क्योंकि न जाने कितनी जिंदगीयां इस नशे की वजह से बर्बाद हुई और कितनी हो रही है और न जाने भविष्य में कितनी होगी.
नशा एक धीमे जहर की तरह है जो शुरुआत में तो कुछ असर नही करता लेकिन धीरे धीरे सब कुछ तबाह कर देता है .
लोग शुरुआत में मजे के लिए शराब,, सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू जैसे नशे करते हैं और उन्हें मजा भी आता है, लेकिन कब ये नशा उनकी रोजमर्रा की एक बुरीआदत बन जाती है उन्हें खुद भी पता नहीं चलता. और जब उन्हें एक बार नशे की लत लग जाती है तो फिर उन्हें इस लत को छोडना मुश्किल हो जाता है. और लोग रोज, हर वक्त नशा करते हैं और धीरे धीरे अपनी बर्बादी की ओर बढ़ते हैं.
और एक दिन ऐसा आता है कि कुछ लोग अपना सब कुछ खो देते हैं. और उनके पास पछतावे के सिवा कुछ नहीं बचता.
हमारे समाज में बुरी लत से बरबाद हुए लोगों ऐसे बहुत सारे उदाहरण है. की किसी का शराब की लत की वजह लीवर खराब हो गया, घर बिक गया, हसता खेलता संसार टूट गया.किसी को तंबाकू खाने की वजह से कैंसर हो गया, किसी के बीड़ी पीने के वजह फेफड़े खराब हो गये, रोज कितने लोग व्यसन( नशा)की वजह से मर रहे हैं . न जाने कितने ऐसे उदाहरण हमारे समाज में है फिर भी लोग व्यसन करते हैं ये बड़ी दुख की बात है.