दूरस्थ शिक्षा
पहले जब किसी भी तरह की शिक्षा लेने की बात होती थी तो हमें शिक्षक या गुरु के पास जाना पड़ता था, और शिक्षक या गुरु हमें पढाते थे. हर रोज छात्र स्कूल या गुरुकुल में जाया करते थे और शिक्षा प्राप्त करते थे.
लेकिन फिर दुनिया में इंटरनेट आया और यही से दूरस्थ शिक्षा की शुरुआत हुई
गूगल जैसे सर्च इंजिन का आविष्कार हुआ.
विविध क्षेत्र के लोगों ने गूगल पर वेबसाइट और ब्लॉग बनाकर विविध प्रकारकी जैसे शैक्षणिक, औद्योगिक,आर्थिक, शालेय ऐसी अनेक जानकारीयॉं पोस्ट या लेख के रूप में गूगल पर डाल दी, इससे लोगों को बिना किसी गुरु या शिक्षक के गूगल पर अनेकों विषयों का ज्ञान मिलने लगा.और लोग बहुत ज्यादा इंटरनेट का उपयोग करने लगे इसमें बहुत वृद्धि हुई.
और फिर यूट्यूब जैसे अनेकों प्लैटफॉर्म बनाए गए जिससे लोगों को ज्यादा से ज्यादा और हर तरह का ज्ञान मिलने लगा और आज हर एक इंसान इंटरनेट से जुड़ा हुआ है. और आजकल किसी को किसी विषय के बारे में जानकारी की आवश्यकता होती है तो वो गूगल या यूट्यूब पर सर्च करता है. और ज्ञान पा लेता है.
जब कोरोना महामारी आयी तो सभी स्कूल, कॉलेज बंद थे, तब बच्चों की शिक्षा अधुरी न रहे इसलिए इंटरनेट के मदद से ओनलाइन क्लास लिए गए और बच्चों को पढाया गया.
ये एक दूरस्थ शिक्षा बेहतर उदाहरण है.