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कालेधन पर कविता के लिए इस पर गौर करें।

20 नवम्बर 2016

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कालेधन पर व्यंगात्मक कविताऐं पढ़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और बिना किसी झंझट के हमारे ब्लॉग से कविता , कहानी , शायरी आदि का पूरा जखीरा प्राप्त करें ।
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अब पुरुष सशक्तीकरण(बेचारे पढ़ने वालों के साथ धोखा)

16 मई 2016
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जब मैनें २०१६ का रिजल्ट देखा तो आँखे खुली की खुली रह गयी | बेचारे पढने वाले फिर लुट गए | हम ३ वर्ष से अपने इलाके मे सर्च कर रहें हैं  दिन -प्रतिदिन पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं और न पढ़ने वालों में प्रतिशत  बढ़ रहा है  १०० में से ८० एेसे हैं जो कम नालेज के हैं और बेहतरीन अंक है लड़कियाें की संख्या ज्या

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जनता को क्या मिला -बाबा जी का ठुल्लू

6 जून 2016
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सभा करते हुए एक नेता जी बोले भाइयों बहनो हम आपके गांवों को शहर बना देंगें | लोगों ने सोचा ठीक कहतें होंगें नेता जी चलो वोट दे देते हैं |वोट डाला जीत भी गये|नेता जी तो विदेश का कोना- कोना भ्रमण करके आ गये | बेचारी जनता परदेश भी नही गयी |सोचा नेता जी स्मार्ट सिटी बना देंगें |स्मार्ट सिटी नही बनी तो

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शब्दनगरी में केवल मुद्दे या साहित्य भी

11 जून 2016
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शब्दनगरी कहाँ तक जाएगी ये नही कह सकता |लेकिन हमें लगता है कि इसमें केवल न्यूज आैर मुद्दे को ही स्थान हैसाहित्य को सर्वश्रेठ रचनाआें में भी नही दिया जाता है अगर दिया भी जाता है तो उन्ही को जिनमें केवल शब्दो में आनन्द आता है वसन्त सरसों पेड़-पोधो देश-भक्ति कविता कहानियों प्रेमचन्द्र जयशंकर जैसी लिखी र

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धधकती भट्ठी,प्रशासन नाकाम

11 जून 2016
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हम अपने इलाकों में बहुत दिन से सुन रहे हैं कि यहाँ भट्ठी चलती है मैने एक आदमी से पूँछने की कोशिश की पर वह कुछ न बोला |मैं तो कुछ अधिक न जान सका |लेकिन कुछ अादमियों ने बताया कि सचमुच यहाँ शराब बनती है उन्होंने बताया अपने इलाके में और कईं भट्ठियाँ हैं कुछ लोगो ने बताया कि यहाँ पुलिस वाले आकर दारू पीते

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शब्दनगरी पर आैर कुछ-----------

11 जून 2016
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शब्दनगरी बहुत आगे जाएगी इसमें शक नहीं लेकिन अगर उसके साथ-साथ अभी से बड़ी कोशिश की जाए तो अच्छा रहे हमारे विचार के हिसाब से शब्दनगरी को सप्ताहिक या मासिक पत्रिका के रूप में भी उतारना चाहिए | और शब्दनगरी के नाम से कवि सम्मेलन संगठन बनाना चाहिए जिससे न सिर्फ शब्दनगरी का नाम होगा बल्कि उनके सदस्यों को

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ठोकरे खाता-बचपन

12 जून 2016
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आज हमारे देश में पहले जैसी बात नही रही हमारे देश का का संविधान है संविधान में बाल श्रम कराने वाले को अपराधी माना जाता है फिर भी हमारे देश में बहुत से आदमी ऐसे हैं जो आज भी बाल श्रम कराते है और उन्हें कानून से तनिक भी ड़र नही लगता |बहुत बच्चे ऐसे भी जो मजबूरी में श्रम करतें है उन्हें न किसी सरकारी यो

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पुरुष सशक्तीकरण की मांग

13 जून 2016
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हमारे देश में आज बेटियों के नाम पर राजनीति हो रही है लोग वोट के लेने के चक्कर में बेटियों को बड़ी -बड़ी सुविधाऐं दे रहें हैं और पुरुषों के ओर ध्यान ही नही जा रहा है लड़कियाँ चाहे लड़कों से कम ग्यान की हो लेकिन नौकरी सिर्फ लड़किओं को मिलती है माना की बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ के अन्तर्गत उन्हे ये छूट मिल

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शब्दनगरी पर और कुछ----

13 जून 2016
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शब्दनगरी बहुत आगे जाएगी इसमें कोई शक नहीं लेकिन अगर पहले ही समुचित कदम उठा लें तो बहुत जल्द शब्दनगरी एक बड़े संगठन के रूप में उभर जाए हमारे विचार से शब्दनगरी को अपनी मासिक या साप्ताहिक पत्रिका निकालनी चाहिए और एक कविसम्मेलन संगठन शब्दनगरी के नाम से बनाए जिससे शब्दनगरी को पैसा शोहरत पहचान और प्यार सब

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कुर्सी का खेल (व्यंग)

13 जून 2016
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चाहे भोजन करने के लिए कुर्सियों का जंग हो या नेताओं के बीच सत्ता का लेकिन कुर्सी का खेल बड़ा ही निराला है कोई मेज के लिए झगड़ा क्यों नहीं करते क्या खास बात है कुर्सी में इसे तो ऐसे ही समझ लेना चाहिए कि आज से ही मोदी क्यों इलाहाबाद जाकर अपनी कुर्सी पक्का करने में जुट गयें हैं |ये दूसरो को बेकार और अप

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गौ हत्या क्यों

13 जून 2016
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हम गौ को अपनी माँ के समान पूजते हैं फिर लोग उसकी हत्या क्यों करते है गौ हमारे देश की संस्कृति है जिसे सदियों से पूजा जा रहा है वह हमें दूध देती जिसे पीते हैं मल-मूत्र को खेत में खाद के रूप में छोड़ते हैं यह हमारे लिए अत्यन्त उपयोगी है इसे मां के समान पूजते है तो क्या कोई अपनी मां की हत्या करता है तो

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नेताजी के हिरनी चाल (व्यंग)

14 जून 2016
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नेता जी भाषण देने पहुचे तो जनता देखकर दंग रह गई |असल में नेता जी की हिरनी जैसी चाल जो थी सभी नेता जी के चाल के दिवाने हो गये |अब नेता जी आते-जाते दिखते तो लोग एकत्रित हो जाते हिरनी चाल का मजा लेने के लिए |लेकिन सचमुच ऐसी चाल नेताजी की नहीं थी |ये उनकी चाल थी जो गदहे जैसा चलने लायक नहीं वह हिरनी जैसा

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शब्दनगरी पर और कुछ-----

14 जून 2016
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शब्दनगरी बहुत आगे जाऐगी इसमें कोई शक नहीं लेकिन अभी से अगर अच्छा कदम उठाए तो अच्छा रहेगा हमारे विचार से शब्दनगरी को साप्ताहिक या मासिक पत्रिका चलाना चाहिए और कवि सम्मेलन संगठन शब्दनगरी के नाम से बनवाए ये शब्दनगरी को नयी पहचान रुपये शोहरत सब कुछ देगा और उनके सदस्यों को एक बड़ा मंच मिलेगा हमें पूरा वि

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वाह रे मोदिया वाह (व्यंग)

15 जून 2016
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गाँव में झमाझम पानी बरस रहा था |गाँव वालों का एक सज्जन साथी था |जो बेचारा मारे दर्द के कराह रहा था | लोग सरकारी गाड़ी से उसे ले जा रहे थे |तभी उसकी गाड़ी दलदल में फस गयी |लाख प्रयास के बाद भी वह न निकली |और उसका साथी जीवन से जूझ रहा था |तभी एक बूढे़ आदमी के मुख से निकल पड़ा वाह रे मोदिया वाह | हाँ उ

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ऐसे कैसे बढ़ेगी शब्दनगरी

15 जून 2016
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मैं शब्दनगरी का सदस्य हूँ मैं तो चाहता हूँ कि आगे बढ़े |लेकिन कैसे ,क्या आज के आलेख में परसों का लेख लगाकर नहीं ऐसा नहीं हो सकता |रोज का आलेख चुन-चुन कर लगाना पड़ेगा इसमें अगर आर्थिक समस्या हो तो आप पुरस्कार योजना बन्द कर दीजिए |क्या हम लोग पुरस्कार योजना से पहले रचनाऐं नहीं लिखते थे आगे भी वैसे लिख

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शब्दनगरी पर और कुछ-----

15 जून 2016
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शब्दनगरी आगे बढ़ेगी इसमें कोई शक नहीं लेकिन समुचित कदम आज से ही उठा लेने चाहिए शब्दनगरी को मासिक या साप्ताहिक उतारेंशब्दनगरी के नाम से कवि सम्मेलन संगठन बने जिससे शब्दनगरी को शोहरत इज्जत रूपये सब मिलेगा और उनके सदस्यों को एक बड़ा मंच |हमारी रचनाऐं पुरस्कृत न करने के लिए तहे दिल से धन्यवाद ||

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क्यों कट रहे वन

16 जून 2016
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हमारे देश में पहले की तुलना में अब बहुत कम वन रह गयें है इसका सबसे बड़ा कारण है बढ़ती आबादी और स्मार्टता ,और अन्य कारण भी है |हमारे देश के वासी दूसरों की कापी करने में बहुत आगे रहते हैं |इसी का नतीजा है कि आयुर्वेदिक को छोड़कर अंग्रेजी दवाईयां प्रयोग करते हैं |लेकिन वन काट दिये तो जड़ी -बूटियाँ कहाँ

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स्वच्छ कहाँ भारत

16 जून 2016
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बड़ी-बड़ी बातें करने वाले प्रधानमंत्री जिस देश में हों उसका कल्याण तो हो गया |स्वच्छ भारत नारा देने से कुछ नहीं होगा |एक दिन झाड़ू लेकर फोटो खिचाने से कुछ नहीं होने वाला |इसके लिए बड़ा कदम उठाना होगा |मैं तो अपने इलाके का सफाईकर्मी को ही नहीं जानता |मैं जब किसी से पूँछता हूँ तो लोग इस लिए नहीं बताते

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देहाती असभ्य और शहर वाले सभ्य क्यों ?

17 जून 2016
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जब कहीं कुछ बातें चलती है तो लोग शहरियों को सभ्य और गांव वालों को असभ्य कहते हैं | ऐसा क्यों कहते हैं लोग जबकि शहरी ज्यादा असभ्य होतें हैं वे सरे आम् छेड़खानी करते हैं लड़कियों से बदतमीजी करते हैं और बड़ों का सम्मान भी नहीं करते |जबकि गांव के लोग बहुत सभ्य होते हैं वे सबका आदर करतें हैं तब लोग क्यों

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ये लड़के क्या करेंगें ?

19 जून 2016
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आज हमारे समाज बहुत कुरीतियाँ फैली है बच्चो को गलत रास्ते पर लाने में अहम भूमिका उनके माँ-बाप की होती है आज ऐसे ही एक केस सुनने में आया जिसमें उनके घरवाले ही बढ़ावा दे रहें है बात यूँ है कि एक आठ साल के लड़के ने अपने से लगभग दो दशक बड़ी एक महिला से बोला लँहगा -- आगे कहने का साहस नही है क्योकि ये शब्द

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देशवा के नेता जी (व्यंग)

21 जून 2016
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देश में इस समय हाहाकार मचा हुआ है लेकिन सभी लोग इसे नहीं समझ हे कि ये नेता जी की कुलबुलाहट ही कल से जनता के बीच आने वाली है बड़ी -बड़ी बातें करेंगें ,चुनाव जीतेंगें ,फुर्र से उड़ जाऐंगे |क्योंकि अब आगे यूपी सहित कईं राज्यों में चुनाव जो है लेकिन जनता का भला हो या अनभला उन्हें क्या करना |उन्हें तो सि

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क्यों कट रहे वन ?

22 जून 2016
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हमारे देश में आक्सीजन की कमीं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है लेकिन फिर भी वन काटें जा रहे है हैं इसका खामियाजा आने वाले बरषों में लोगों को होगा |जब मनुष्य को सांस लेना भी दूभर हो जाएगा तब वही लोग आयेगें और कहेंगे आपने सही कहा था |वन से सिर्फ आक्सीजन अपितु वनस्पति ,जड़ी-बूटी आदि के अलावा पानी बरसाने म

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नेता जी मतलब मेढ़क के बरखा बोल

22 जून 2016
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चुनाव नजदीक है अपनी -अपनी पार्टी को जिताने के लिए लोग अनोखे -अनोखे इन्तजाम कर रहे हैं चुनाव नजदीक आते ही टर-टराने लगे हैं जैसे वर्षा आते ही मेढ़क |ठीक उसी प्रकार का दृश्य रहता है उस समय |फिर क्या टर-टराने लगते अपने पार्टी की बातें सुनने वाले हो या न हो उन्हें फर्क नहीं है वे पानी भीड़ को देखकर मगन ह

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पानी की बर्बादी क्यों ?

23 जून 2016
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आज के समय में पानी बहुत ही मँहगा हो गया है आपने बुन्देलखण्ड और लातूर को पानी के लिए तरसते देखा होगा |शायद कभी वहाँ के लोगों ने सोचा होगा कि वे पानी के लिए तरसेगे |इसका सबसे बड़ा कारण है पानी की बर्बादी ,हाँ ये सच है कि वह कुदरत का कहर था लेकिन उसमें मनुष्य का शत-प्रतिशत योगदान है |

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नेताजी के लॉलीपाप वादे (व्यंग)

23 जून 2016
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अभी चुनाव में देरी है लेकिन नेताजी अपनी लॉलीपाप रूपी वादे की गठरी खोलने लगे हैं कोई कहता है कि आपके प्रदेश को जापान बना दूँगा|अमेरिका बना दूँगा |लॉलीपाप की पैकेट खोलते हुए नेता जी बोले भाइयों बहनो अगर हमारी सरकार बनी तो हम भारत को बदल देंगें |चुनाव जीते तो कुछ साल बाद एक आदमी ने पूँछा कि नेता जी अपन

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अब न वो साहित्य रहा न लेखक

24 जून 2016
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आज के जमाने में सभी चीजे हाईटेक हो रही है यहाँ तक कि साहित्य भी हाईटेक हो रहा है जिससे साहित्य को खतरा है लेकिन लेखक करे ही क्या बेचारा कब तक हिन्दी का गरीब साहित्यकार कहलाए कैसे अपने घर का खर्च चलाए |वैसे आज के हाईटेक जमाने में तो सामान्य लेखकी के बल पर मैड़म जी की जूती भी तो नही खरीदी जा सकती |इन

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नेता जी के प्यार -दुलार (व्यंग)

24 जून 2016
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नेता जी महल बैठे हुए बाते कर रहे हैं कि अचानक एक आदमी ने देखा नेता जी एक बच्चे को बड़े प्यार से सहला रहे हैं और चुम्मा ले रहें हैं एक आदमी जो नेता जी का खास आदमी था सोचने लगा कि कल उसका बेटा आया था तब इतना प्यार-दुलार नहीं किया था मैं तो उसका दाहिना अंग था फिर क्यों ?एक सज्जन इनके बैचनी को भाँप गया

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जनता मतलब कुक्कुर

24 जून 2016
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नेता बाग में टहल रहें थे कि अचानक पलट कर बोले क्या बोला रे अरे मैं जाऊँगा एक सौ की नोटे बहाऊँगा बस सत्य अहिंसा ताख पर आ जाएगी |अरे जनता मतलब कुक्कर| चुनाव के वक्त रुपये बहाता हूँ तब जीतता हूँ मैं उनके कौन सा काम करूँगा फिर टुकड़े फेंक दूँगा वोट देंगे ही |सही भी है जनता खुद कुक्कुर बनी है नेता जी का

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पेंड़ न कटे तो अच्छा है

25 जून 2016
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आज के जमाने में अपने आपको स्मार्ट बनाने के लिए पेंड़ जैसे पर्यावरणीय चीजों को काटा जा रहा है

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झुमका गिरा रे ,बरेली के बाजार में (व्यंग)

26 जून 2016
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हिट गाना झुमका गिरा रे हमारी समझ से उसकी गायिका लता जी थी लेकिन गीतकार कौन था ये हमें थोड़ा-बहुत भी नहीं पता |हाँ अगर इन्टरनेट पर सर्च करें तो जरूर जान जाएँगे |लेकिन लेखक ने ऐसा क्या देखा बरेली में जो देश के अन्य शहरों में नहीं था या फिल्म में उस शहर की माँग थी पता नहीं |लेकिन अगर गिरा तो बरेली के क

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गजब सीटी मारे (व्यंग)

27 जून 2016
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सीटी मारना एक कला है लेकिन गजब सीटी मारना हमारे समझ से बाहर है कभी-कभी मैं भी सोचता हूँ करने पर कर नहीं पाता क्योंकि उसमें ज्यादा रिस्क है क्योंकि ऐसे ही एक पड़ोस के आदमी ने एक मनचले लड़के से चैलेंज कर दिया कि वह गजब सीटी मारकर दिखाए |वह लड़का बड़ा ही चालू क्वालिटी का था फिर क्या था लग गया उसके घर क

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खत्म हो रही भारतीय संस्कृति

29 जून 2016
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जिस संस्कृति पर इतने वर्षों तक हिन्दुस्तान को गर्व था उस गर्व को तोड़ने वाले उनके बच्चे ही हैं या यूँ कहूँ कि हमारे देश के बच्चे दूसरे देशों की कॉपी करना अपनी प्रसनालिटी समझते है खासकर लड़कियाँ जो आधा से भी कम कपड़े पहनती हैं इनमें आग में घी का काम बॉलीबुड़ की अभिनेत्रियों ने किया है |वे रुपयों के ल

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नौजवाँ संस्कृति के दुश्मन

30 जून 2016
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आजकल हमारे देश के नौजवान भारतीय संस्कृति के दुश्मन बने हुए है वे साहित्य जानते ही नहीं हैं न लेखक को जानते और न ही कवि को |कविता क्या है पता ही नहीं उन्हें तो सिर्फ बालीवुड़ के अश्लील गाने अच्छे लगते हैं और कमर के नीचे पैंट पहनना स्टाईल समझते हैं लड़किंयों की छेड़खानी तो उनके लिए खेल है हालांकि सभी

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देश के बच्चे

1 जुलाई 2016
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हमारे देश के बच्चे अश्लीलता का शिकार हो रहे हैं इसका वजह सिर्फ बॉलीवुड है |और एक बात और है कि आज के बच्चे सभ्यता से बेखबर हैं कहने का मतलब अंग्रेज की औलाद जैसे कुछ भी स्वदेशी नहीं सिर्फ विदेशी कपड़ा विदेशी ,चप्पल विदेशी और घर भी विदेशी ,पत्नी विदेशी जैसी लटके -झटके वाली ये है हमारे देश की नयीं पीढ़

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ऐसे कैसे बढ़ेगा देश#व्यंग

4 जुलाई 2016
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हमारे देश में नेता कुछ करना ही नहीं चाहते हैं वे अगर छूट पाऐं तो देश बेंच डालें । बड़ी बड़ी बाते करना उनका शौक है । तो आप ही बताऐं देश कैसे आगे बढ़ेगा ।चुनाव के वक्त देश को स्मार्ट बनाने की बात करतें हैं । स्वच्छता मिशन की बात करतें हैं एक दिन झाड़ू पकड़कर बुहारने से समझते हैं कि देश साफ हो जाऐगा ।

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नेता जी के बदलते रुप#व्यंग

5 जुलाई 2016
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हमारे देश में इस समय चुनाव का माहौल गरम नेता जी भी गरम हैं नेता जी भट्ठी जितना गर्म होकर पिघल रहें अौर रूप बदल रहे हैं जैसे गर्म होने पर लोहा बदलता है चमचा लोग तो भट्ठी जलाने का काम रहें हैं कोयला का पैंसा तो पार्टी दे रही है नेता जी तो केवल तप रहे हैं जनता भी भट्ठी किनारे बैठी है हो क्यों न पिछले

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आखिर क्यों खत्म हो रहा वन का अस्तित्व

10 जुलाई 2016
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हमारे देश में इस ऐसी क्रान्ति आयी है जिसमें वन को काटा जा रहा है लोग वन को झाली कहते हैं पक तनिक नहीं सोचते कि इसको काटने के बाद क्या होगा क्या श्वास लेंगे किसके छाये में बैठेंगे उन्हें तो सिर्फ शो बाजी से मतलब है ये सब उनकी समझ से बाहर है उन्हें इस बात को समझना होगा 

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नशा से नाश हो रही जवानी

13 जुलाई 2016
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    हमारे देश में नशा का प्रभाव बढ़ रहा है   ज्यादा खतरा युवाओं को है उनकी जवानी नाश हो रही उन्हे नशा हर एक चीज से बड़ा लगता है यहाँ तक नशा के लिए कुछ भी कर सकते हैं अपनी पत्नी को भी बेंच सकते हैं जिस समय में उन्हें टाईट रहना चाहिए लेकिन नशा ने उनके इस प्रवृत्ति को नाश करके उन्हें आलसी बना दिया |न व

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गन्दगी ही गन्दगी

14 जुलाई 2016
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हमारे देश 

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कहाँ है मेक इन इण्डिया

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हमारे देश के नेता लोग मेक इन  इण्ड़िया की बात करते है लेकिन ये बहुत दूर-दूर तक दिख हीनहीं रही है   रहीहै चाइना की भरमार है यहाँ तक देश के नेता भी चाइना का प्रयोग करते हैं कुछ दिन पहले योग दिवस पर मैटी भी चाइना की थी हर ओर चाइना ही चाइना क्यों नहो सस्ता जो है फिर बात किस चीज की कर रहे हो मेड़ इन इण्ड

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अरे बापू कैसा है अपना देश

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हमारे देश

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हमारे देश के नेता(व्यंग)

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हमारे देश के नेता इस समय राजनीति करने में जुट गये हैं क्योंकि उत्तर प्रदेश में चुनाव नजदीक है वे इस समय कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते है जनता को बड़ी बड़ी ख्वाहिशों को दिखा रहे हैं वे लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं ! चूतिया बनाकर लोगों को पाँच साल तक ऐश करना चाहते हैं सभी पार्टी का यही हाल है लेकि

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बापू आजा न मेरा देश भटक गया है

22 जुलाई 2016
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हमारे देश में आज भ्रष्टाचार बढ़ रहे है हत्याऐं हो रही है तो हमें कहना पड़ा बापूजी आइये न देश हमारा अतिसंवेदनशील है अहिंसा का कुछ पाठ ही पढ़ा दीजिए अपने कुपुत्रों को । आपके अहिंसा ओर सत्यता की कोई कद्र ही नहीं है । हाँ आपके जन्म दिन पर लोग आपको कुछ याद कर लेतें हैं कुछ अच्छी बाते कर लतें हैं आपने तो

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गौ हत्या क्यों?

24 जुलाई 2016
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हमारे देश में गाय को माता के समान पूजा जाता है गाय से हमें दूध मिलता है कहने का मतलब है कि गाय हमारी पूरक है लेकिन आज गौमाता सुरक्षित नहीं लोग गौ हत्या करते है उसे कटने के लिए बेंच देते हैं सिर्फ पैसे के लिए । आदर करना न हो तो न करें लेकिन उन्हें इस तरह कदापि न बेंचे । ये हम सबके लिए शर्म की बात है

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खत्म हो रहा पान का शान

27 जुलाई 2016
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पहले पान की हमारे देश में बड़ी इज्जत थी लोग को पान को खाने में बड़प्पन समझते थे लेकिन आज की पीढ़ी इसे गन्दी चींजें समझती है पहले पान की राजाओं के यहाँ बड़ी कद्र थी भारतीय पान के कायल तो विदेशी भी थे खासकर लखनऊ की नबावी पान प्रसिद्घ थी लेकिन आज की पीढ़ी गुटखों के आगे पान की सुध ही नहीं ले रही है उन्ह

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हमारे नेता जी

29 जुलाई 2016
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इतना प्रदूषण क्यों ?

31 जुलाई 2016
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हमारे देश में आज के समय में प्रदूषण इस कदर बढ़ गया है कि घर से बाहर निकलना मतलब बीमारी को दावत देना है लेकिन घर में बैठने से काम नहीं होने वाला है खासकर पढ़ने वाले बच्चे ओर काम करने वाले महिला पुरुष जिनके पास बन्द गाड़ी का साधन नहीं है इन्हीं वर्ग के ऊपर प्रदूषण का असर सबसे ज्यादा पड़ता है लेकिन पे

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हर जगह पानी पानी

3 अगस्त 2016
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हमारे देश में कुछ दिन पहले लोग पानी के लिए जूझ रहे थे । हमारे नेताओं ने अखबारों में इसी के चलते बहुत ही सुर्खियाँ पायी थी । लेकिन अब हालात बदल चुके हैं सूखाग्रस्त क्षेत्रों में पानी ही पानी है । लोग जिसके लिए झगड़े करते थे वह अब खेतों क

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नेता जी

8 अगस्त 2016
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उत्तर प्रदेश का चुनाव नजदीक है इसलिए नेता जी ने जाल बिछाना शुरू कर दिया है । नेता जी इतने गर्म हैं कि गाली तक दे देते हैं । वे इसी में अपना बडप्पन समझते हैं ।वे यह नहीं समझते है कि कानून में गाली की कोई गुंजाइश नहीं है आैर ऐसा करने वाले बख्शे नहीं जाते हैं जानते हुए भी ऐसा करना हमारे देश नेताओं के

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रंगीला नेताजी

10 अगस्त 2016
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हमार देश के नेता नेता नहीं बल्कि अभिनेता है वे इतने रंगीला है कि उन्हें अभिनेता कहना ही उचित है ।वे तमंचे पर ढिस्को करना कभी नहीं भूलते हैं हो भी क्यों न रूपये पैसे तो किसी से कम नहीं है वे जनता को सादगी बता बता कर रंगीला बन रहे हैं महात्मा गाँधी बन रहे हैं वे यह नहीं जानते कि गाँधी बहुत ही सादगी

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रसोईयों के साथ कैसी न इंसाफी

12 अगस्त 2016
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हमारे देश की राजनीति थोड़ा उल्टे किस्म की है जहाँ नेता बड़ी बड़ी बाते करते हैं कहते हैं कि देश से गरीबी हटा देंगे । लेकिन वो गलत है । आजकल सभी पोस्ट के नौकरी वाले अपने वेतन पदोन्नति के लिए अग्रसर हैं ओर सफल भी हो रहे हैं चाहे वो शिक्षामित्र हों या होमगार्ड सभी अपने मांगों पर सफल हो रहे हैं लेकिन जर

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स्वतन्त्रता दिवस की बधाई

14 अगस्त 2016
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हमारा देश 15 अगस्त के दिन आजाद हुआ था |यह बात सभी जानते हैं इस दिन हमारे देश के हर एक जगह स्वतन्त्रता दिवस मनाया जाता है खासकर स्कूल के बच्चों में उत्साह रहता है सभी लोग वीरों को याद करते हैं एवं गुणगान करते हैं तिरंगा फहराते हैं मिठाईंया बाँटते हैं और खाते हैं और कितना अपने देश के बारे में बतायें

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कॉल सेन्टर वाले बाबा कौन हैं

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आजकल हमारे देश में कॉल सेन्टर वाले बाबा बहुत सक्रिय हैं वे लोगो से केवल पैसे ऐंठते हैं । वे समाज में अंधविश्वास फैलाकर लोगो से पूजा पाठ के नाम पर लोगो का लाखों रुपया ठगते हैं वे समाज को अपराधी बनाने में सहायक होते हैं नाजायज रुपये के बल पर करोड़पति बने बैठे हैं हमारे करनैलगंज के कईं लोग इस तरह के कॉ

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रक्षाबन्धन की बधाई

17 अगस्त 2016
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रक्षाबन्धन हमारे देश में एक बहुत बड़ा त्यौहार है ये बात तो सभी लोग जानते हैं कि इस दिन बहन अपने भाई को राखी बाँधती है मिठाई खिलाती है । भाई बहन को उपहार देते हैं । यह सौहार्द प्रेम हमेशा बना रहे ।शब्दनगरी के सदस्यों के साथ साथ सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई ।सभी धर्म साथ मिलकर मनाऐं बड़ा मजा आयेगा ।

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हमारे नेताजी

18 अगस्त 2016
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हमारे नेताजी बड़े रंगीला हैं वे बहुत ही आगे जा रहें हैं नयीं नयीं गाड़ियाँ लाते हैं जनता को बेवकूफ बनाकर रंगीला बनते हैं बहुत सारी सेनाऐं साथ में रखते हैं अपनी शराफत का ढोल पीटते हैं लेकिन बहुत ही चालू किस्म के हैं ।

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नेताजी जी के ख्वाब #व्यंग

23 अगस्त 2016
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आजकल हमारे नेताजी बहुत ही बदले बदले नजर आ रहें है अरे हों भी क्यों न कल तक जो कार्यकर्ता था आज चुनाव का टिकट पा गया हो तो वह क्यों न खुश होगा ।

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हमारे नेताजी

31 अगस्त 2016
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हमारे देश के नेता जी इस समय किसी न किसी बात से मीडिया में बने रहना चाहते है । अरे हो क्यों न चुनाव नजदीक जो है ।भाषण देने की ट्रेनिंग भी तो ले रहें है नेताजी क्योंकि चुनाव के दौरान बोलना भी तो है ।प्रेस कांफ्रेन्स भी तो करना हैविपक्षी को लताड़ना भी तो है।

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हमारे नेता जी

4 सितम्बर 2016
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हमारे नेताजी इस समय बहुत व्यस्त हैं अरे उन्हें इस समय विपक्ष के सामने व्यंग चलाने का मौका जो मिला है । बड़ी मन्नतों के बाद विपक्षी के घर पर कोई कलह होती है ।इस समय तो वो सीधे मुख बात ही नहीं करते लगता है जैसे आसमां में उड़ रहें हों । आप हमारी साहित्यिक रचनाऐं यहाँ भी पढ़े

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कैसेट वाले नेता जी

4 सितम्बर 2016
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हमारे नेता जी इस समय अपना नाम कमाने से नहीं चूक रहे हैं । वे अपनी फिल्म ही बनाना चाहते थे । बनाई अच्छी । लेकिन लेकिन किन्तु परन्तु लग गयी ऐसा हुआ कि फिल्म रिलीज होने से पहले ही लीक हो गयी । करें भी क्या वो तो फिल्म का प्रमोशन कर रहे थे ।अगले अंक में हम कैसेट वाले नेता के बारे में बहुत कुछ बतायेंगें

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इतना भ्रष्टाचार क्यों ?

6 सितम्बर 2016
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हमारे देश में आजकल भ्रष्टाचार बहुत ही बढ़ गया है । नेता लोग गरीबों के पैसे के बल पर खूब उचक रहे हैं । चाहे कोई भी योजना हो सब में धांधली ही कर रहे हैं । लेकिन अपने रिस्तेदारों का ख्याल जरूर करते हैं । सड़क बनवाना हो तो अपने रिस्तेदार बिजली लगवाना हो तो उन्हीं को यानि गरीब लोग को कुछ नहीं सब मिलकर ज

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हमारे नेता जी(व्यंग)

7 सितम्बर 2016
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आजकल हमारे नेता जी तो फिल्म बनाने में जुटे हैं अरे भाई बात अच्छी ही है आखिर नेता जी केवल खादी ही क्यों पहनें वे भी तो हाई-फाई जींस पहनना चाहते हैं एक से एक हीरोइन लेने की आदत सी पड़ गयी है फोटोशूट कराना तो उन्हें बहुत ही अच्छा लगता है |

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कालेधन पर कविता के लिए इस पर गौर करें।

20 नवम्बर 2016
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कालेधन पर व्यंगात्मक कविताऐं पढ़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें और बिना किसी झंझट के हमारे ब्लॉग से कविता , कहानी , शायरी आदि का पूरा जखीरा प्राप्त करें ।

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शब्दनगरी का धन्यवाद

21 दिसम्बर 2016
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हमें यह बताते अत्यन्त खुशी हो रही है कि हमारी पहली काव्य संग्रह प्रकाशित होने वाली है जिसका नाम है "ऐ वतन" |हमारे लिए नये साल की बड़ी खुशी है | जिसमें शब्दनगरी का बहुत बड़ा योगदान है क्योंकि मेरी पहली रचना यहीं पर प्रकाशित हुई थी | शब्दनगरी के सभी सदस्यों का इतना प्यार देने के लिए धन्यवाद | आप सभी क

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नये साल की शुभकामनाऐं

1 जनवरी 2017
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शब्दनगरी के सभी सदस्यों एवं शब्दनगरी के सभी स्टॉप और समस्त देशवासियों को नये साल की शुभकामनाऐं |ये वीड़ियों जरूर देखें और अपने मित्रों को शुभकामनाऐं देने के लिए शेयर करें |अच्छा लगे तो चैनल सबस्क्राइब जरूर करें |

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महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाऐं

24 फरवरी 2017
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शब्दनगरी के सभी सदस्यों एवं शब्दनगरी समाज को महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाऐं |अपने मित्रों एवं चाहने वालों को शुभकामनाऐं देने के लिए इस वीडियो को शेयर करें एवं स्वयं देखें और चैनल सबस्क्राइब जरूर करें |https://youtu.be/SY__GtXdZFEhttps://youtu.be/emXZhKzlKrYhttps://youtu.be/4iRFGFFuSMAhttps://yo

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नेताजी की बेचैनी (व्यंग)

25 फरवरी 2017
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चुनाव के इस मौसम में नेता जी चकराएे हुए हैं कि किस तरह से चुनाव को जीता जाये| हर एक जतन लगा रहे हैं नेताजी इस समय |चाहे जो हो हर हाल मे जीतना चाह रहे हैं | जाता भी क्या कुछ दिन बाद यहाँ थोड़ी न आना है | वहाँ फोर-लेन पर चौपहिये पर चलना है |

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मोटापा कैसे घटायें -(वीडियो)

26 फरवरी 2017
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मोटापा कैसे घटायें इस वीडियो में देखें चैनल सबस्क्राइब जरूर करें । वीडियो लिंक -https://youtu.be/ajit9Fimdeo

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चुनाव के वक्त इक छोटी अपील

26 फरवरी 2017
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चुनाव के वक्त सावधान रहना मतदाताओं वरन पाँच वर्ष तक पछताओगे | आप सोच - समझकर इस विधानसभा में वोट करें | ये आप के लिए अच्छा रहेगा , आपके परिवार वालों एवं सम्पूर्ण जनता के लिए अच्छा रहेगा |क्योंकि अगर किसी गलत हाथों में राज्य की कमान चली गयी तो ये जनता के लिए अच्छा नहीं होगा | ऐसी सरकार चुने जो सभी ध

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महिला दिवस पर विशेष

6 मार्च 2017
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कुछ लोग ऐसे जो ये नहीं जानते कि महिला दिवस कब है उनके लिए है यह वीडियो https://youtu.be/rFxPja1Cy5A

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महिला दिवस की शुभकामनाऐं - वीडियो

7 मार्च 2017
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महिला दिवस की शुभकामना देने के लिए इस वीडियो का प्रयोग करें ।https://youtu.be/IybPgL_mzPI

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Lady day , women's day (????? ????) wishes , shubhkamna whatsapp greating sharing hd video download - YouTube

8 मार्च 2017
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Download and share HD videos by the people in the days of trying to explain that the girl is second to none. When Would you respect a woman's daughter will r...

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होली की शुभकामना

12 मार्च 2017
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https://youtu.be/FNJvAUQ4Oq4https://youtu.be/WqPKaTxVGIchttps://youtu.be/P-_YmYKZGVIhttps://youtu.be/gUkjTHD_nfYhttps://youtu.be/lYabWLT62xIhttps://youtu.be/G6cE9PFJgxshttps://youtu.be/d7UbfqA2_Bkhttps://youtu.be/mUbCRa28npchttps://youtu.be/IE6209Tsgnc

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मूर्ख दिवस

13 मार्च 2017
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https://youtu.be/hTygma4IhYg

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मौसम की तरह

10 सितम्बर 2017
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मौसम की तरह

10 सितम्बर 2017
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hindi shayari video | जिन्दगी में जिसने हमें हँसना सिखाया था |दर्दभरी |अवनीश कुमार मिश्रा(लेखक,कवि) - YouTube

7 जून 2018
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खेसारी क फिल्म "बागी एक योद्धा" (Baaghi Ek Yodha) का एक और गाना हुआ रिलीज | Jawaniya Me Ghun Lag Jai | Khesari Lal Yadaw , Reetu Singh ,Priyanka Singh

2 अक्टूबर 2019
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Khesari Lal Yadaw Movie "Baaghi Ek Yodha" Second Song Release "Jawaniya Me Ghun Lag Jai" Feat. Reetu Singh | खेसारी की फिल्म "बागी एक योद्धा" का दूसरा गाना रिलीज - Gupshup - न्यूज और बहुत कुछ Khesari Lal Yadaw Movie "Baaghi Ek Yodha" Secon

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IPL मैच फ़्री में कैसे देखें? IPL Match Free Me Kaise Dekhen | Jio TV और Hotstar के बिना | Top Free Streaming App For IPL

31 अक्टूबर 2020
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क्रिकेट के प्रेमियों के लिए आ चुका है उनका त्यौहार आईपीएल।कोरोना वायरस के चलते अपने इस साल क्रिकेट प्रेमी खेल का लुफ्त नहीं उठा पाए। और न ही अपने मन - पसंद आईपीएल को देखने सौभाग्य प्राप्त हुआ।अब सितंबर से इंडियन प्रीमियम लीग का आयोजन युनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) में हो रहा

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गोदी साहित्यकार या यूं कहें की दलाल लेखक!

30 जून 2022
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साहित्यकारों का विचार बिल्कुल दूध की तरह साफ़ होना चाहिए। उन्हें केवल सत्य ही लिखना चाहिए। क्योंकि उनकी दी शिक्षा लोगों के दिल - ओ - दिमाग़ में बैठ जाता है। साहित्यकार लोगों को आईना दिखाता है। वह किसी

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