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Faza Saaz की पुस्तकें

लोग

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कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो आपके ख्वाबों का साँस छीन लेते हैं, आपके हौसले की ज़मीं को बंजर कर देते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनकी सिर्फ हौसले भरी मुस्कान से, आपके ख्वाबों को पर लग जाते हैं, आपके निराशा की बंजर ज़मीं पर, हौसले के पौधे लगने

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कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो आपके ख्वाबों का साँस छीन लेते हैं, आपके हौसले की ज़मीं को बंजर कर देते हैं, वहीं कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनकी सिर्फ हौसले भरी मुस्कान से, आपके ख्वाबों को पर लग जाते हैं, आपके निराशा की बंजर ज़मीं पर, हौसले के पौधे लगने

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मोहब्बत का जज़्बा

मोहब्बत का जज़्बा

तुझे मोहब्बत के जज़्बे का जो शिद्दत से एहसास होगा, तेरी आवारा नज़रें, मोहब्बत के सजदे में झुक जाएँगी, दिल मासूम से बच्चे की तरह पाक हो जाएगा, तेरे नापाक ख़्यालों पे, बंदिशें लग जाएँगी।

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मोहब्बत का जज़्बा

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तुझे मोहब्बत के जज़्बे का जो शिद्दत से एहसास होगा, तेरी आवारा नज़रें, मोहब्बत के सजदे में झुक जाएँगी, दिल मासूम से बच्चे की तरह पाक हो जाएगा, तेरे नापाक ख़्यालों पे, बंदिशें लग जाएँगी।

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प्रिय साथी

प्रिय साथी

प्रिय साथी, लो आज कहना चाहती हूँ तुमसे, अपने दिल की बात, जो सामने होने पर कहना मुश्किल होता है, फिर भी ये दिल तुम से कुछ कहने को हर वक़्त मचलता रहता है, कहना चाहता तो है बहुत कुछ, पर कभी शरमाता है तो कभी घबड़ाता है, जब से देखा है तुम्हें, नज़

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प्रिय साथी, लो आज कहना चाहती हूँ तुमसे, अपने दिल की बात, जो सामने होने पर कहना मुश्किल होता है, फिर भी ये दिल तुम से कुछ कहने को हर वक़्त मचलता रहता है, कहना चाहता तो है बहुत कुछ, पर कभी शरमाता है तो कभी घबड़ाता है, जब से देखा है तुम्हें, नज़

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ज़माने के नाम आभार पत्र

ज़माने के नाम आभार पत्र

आभार पत्र, ज़माने से मिले हर उस चोट के नाम, ज़माने से मिले हर उस दर्द के नाम, बिखरे हुए ख़्वाबों की हर उस किर्चियों के नाम, बुझती हुई हर उस ख़्वाहिशों के दिये के नाम, जिसने मुझे ज़िंदगी को नए नज़रये से देखना सिखाया। इससे पहले कि ज़माने के ल

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ज़माने के नाम आभार पत्र

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आभार पत्र, ज़माने से मिले हर उस चोट के नाम, ज़माने से मिले हर उस दर्द के नाम, बिखरे हुए ख़्वाबों की हर उस किर्चियों के नाम, बुझती हुई हर उस ख़्वाहिशों के दिये के नाम, जिसने मुझे ज़िंदगी को नए नज़रये से देखना सिखाया। इससे पहले कि ज़माने के ल

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वादे मोहब्बत के

वादे मोहब्बत के

करते हो मुझ से वादे मोहब्बत के, फिर औरों को भी देखते हो, नज़रों से मोहब्बत के, करते हो मोहब्बत की बातें मुझ से, पर हर दूसरा चेहरा प्यारा नजर आता है तुम्हें, अपनी आवारगी को मोहब्बत का नाम देते हो, कर के मुझ से झूठे वादे मोहब्बत के, मुझे नासमझ

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करते हो मुझ से वादे मोहब्बत के, फिर औरों को भी देखते हो, नज़रों से मोहब्बत के, करते हो मोहब्बत की बातें मुझ से, पर हर दूसरा चेहरा प्यारा नजर आता है तुम्हें, अपनी आवारगी को मोहब्बत का नाम देते हो, कर के मुझ से झूठे वादे मोहब्बत के, मुझे नासमझ

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मन कचोटता है

मन कचोटता है

कभी 2 मन बहोत कचोटता है... सोचती हूँ तो रातों की नींद उड़ जाती है...वो बस एक मैसेज ही तोह था जिसने मेरे सोचने जा तरीक़ा ही बदल दिया........एक वक्त था कि जब मुझे लगता था कि मैं एक अच्छी और सच्ची इंसान हूँ,,,,ईमान दर और दूसरों की भलाई सोचने वाली,,मैं तो

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कभी 2 मन बहोत कचोटता है... सोचती हूँ तो रातों की नींद उड़ जाती है...वो बस एक मैसेज ही तोह था जिसने मेरे सोचने जा तरीक़ा ही बदल दिया........एक वक्त था कि जब मुझे लगता था कि मैं एक अच्छी और सच्ची इंसान हूँ,,,,ईमान दर और दूसरों की भलाई सोचने वाली,,मैं तो

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मेरे मन की पाती

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मेरे मन की पाती, मेरे प्रिय लेखक आपके नाम, जब से आपको पढ़ा है, मैं तो आपकी फैन हुई हूँ, पढ़ती हूँ अकसर आपकी पुरानी किताबों को भी, जो अब धूल से अंट गयी हैं, उन्हें साफ करती हूँ, फिर पढ़ती हूँ रोज, आपको पढ़ना बहुत ही मन को भाता है, अपने लेखन से

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मेरे मन की पाती, मेरे प्रिय लेखक आपके नाम, जब से आपको पढ़ा है, मैं तो आपकी फैन हुई हूँ, पढ़ती हूँ अकसर आपकी पुरानी किताबों को भी, जो अब धूल से अंट गयी हैं, उन्हें साफ करती हूँ, फिर पढ़ती हूँ रोज, आपको पढ़ना बहुत ही मन को भाता है, अपने लेखन से

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