10 अक्टूबर 2015
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राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जलेसर,एटा, उत्तर प्रदेश में सन २०११ से कार्यरत। पूर्व में सन १९९८ से २०११ तक रेलवे के राजभाषा विभाग में सेवा। लेखन अभिरूचि क्षेत्र - व्यतिरेकी भाषा विज्ञान, ब्रज का भाषा विज्ञान, विस्मर्श केंद्रित साहित्य (दलित, स्त्री, आदिवासी तथा तृतीय वर्ण)D
सत्य ओमप्रकाश जी। अर्चना मैडम जी आभार
11 अक्टूबर 2015
बहुत सही कहा है ।............ऐसा रोज़ ही देखते है हम
10 अक्टूबर 2015
शब्दों की नगरी ऐसी ही अजब-ग़ज़ब है साहब ! इनके प्रयोग में ज़रा सा चूक गए तो अर्थ का अनर्थ कर देते हैं...अच्छी पोस्ट !
10 अक्टूबर 2015