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हार जीत और सीख

5 नवम्बर 2022

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रचनाएँ
काव्य कुंज
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काव्य कुंज मेरी स्वरचित कविताओं का संकलन है जिसमें जीवन के विभिन्न स्वरूपों को उजागर करने की कोशिश की है।
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खबर कितनी सच है

1 नवम्बर 2022
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खबर कितनी सच है?ये जानना है जरूरी।ये वक़्त का तकाजा है,मानना भी है जरूरी।।खबर कितनी सच है?ये कुछ सच कुछ झूठ।फैलाव इसका चहुंओर,मानु इसको सच या झूठ।।खबर कितनी सच है?चोरी, डकैती,लूटपाट।मारामारी और दंगे फ

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जिज्ञासा

2 नवम्बर 2022
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जिज्ञासा एक आशा है,जागरूकता जो जगाती।कुछ जानने को उत्सुक,मन में आस वह जगाती।।उत्सुक और बेचैन मन,पिपासा को वह जगाता।जिज्ञासा है एक आशा,बेचैन मन को शांत करता।।जब तक जान न लेता,तब तक शांत न होता।जिज्ञासा

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तितली

3 नवम्बर 2022
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रंग बिरंगी तितली देखो,उड़ती मस्त पवन में।फूल फूल मंडराती देखो,उड़ती तितली मधुवन में।।तितली बैठे जब फूलों पर,रस फूलों का ले लेती है।मकरंद फूलों का ले लेकर,फूल फूल ऐसे मंडराती है।।इतराती इठलाती तितली,फू

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सपनों को

3 नवम्बर 2022
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सपनों को साकार करने में,व्यस्त तुम इतने हो जाओ।समय ही न मिले कभी भी,कुछ और में गुम हो जाओ।।उदासी ना हो जिंदगी की,सपनों को पंख मिल जाए।उदासी के लिए वक़्त नहीं,अरमानों को पंख मिल जाए।।सपनों को जीवन देना

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हार जीत और सीख

5 नवम्बर 2022
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यह जिंदगी का खेल है,जिंदगी जंग से कम नहीं।इस जंग में कभी हार होती,कभी जीत दर्ज हो जाती।।हार से मिलती है सीख,सबक सिखाने आती है।करो मेहनत सही दिशा में,दिशा निर्देश दिखाती है।।दिशा निर्देश सही प्रशस्त ,म

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किरदार अपना अपना

5 नवम्बर 2022
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किरदार अपना अपना,जीवन में सभी निभाते हैं।कभी हंसते कभी रोते हैं,कभी सुख दुःख देखते हैं।।किरदार अपना अपना,जीवन मंत्र सार सबका।कभी खुशी कभी रंजोगम,कभी लोक कल्याण सबका।।किरदार अपना अपना,निभाना पड़ता सभी

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शिक्षक

12 नवम्बर 2022
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आदर्शों की मिसाल बना के,सदा ज्ञान का प्रकाश जगाता।बाल पन महकाता शिक्षक,भाग्य हमारा शिक्षक बनाता।।गुरु ज्ञान का दीप जलाकर,जीवन हमारा महकाता शिक्षक।विद्या का धन देकर ऐसे,मन आलोकित करता शिक्षक।।धैर्य का

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अनकही ख्वाहिश

13 नवम्बर 2022
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अनकही ख्वाहिश ऐसी,जो बयां न की अब तक।ख्वाहिशों का अंत नहीं,मन मृगतृष्णा होता यहीं।।कभी खाने में स्वाद की,सैर सपाटे की ख्वाहिश।अनकही ख्वाहिश ऐसी,कहें अगर ख्वाहिश कैसी।।कभी बच्चों से जुड़े हुए,मंजिल मिल

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बालमन

14 नवम्बर 2022
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अबोध मन सा बचपन, निश्छल चंचल चितवन। पुष्प अंकुरित सा कोमल, ओस की बूंदों सा मनभावन।। घर आंगन महकाता बचपन, नादान परिंदे जैसा बचपन। गुलशन गुंजाएमान बालमन, बिन बात मुस्काए बालमन।। सूरज सा दमके बालमन, निश्

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किस्मत की लकीरें

18 नवम्बर 2022
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किस्मत की लकीरें खींच,हाथों में तकदीर बनाया।क्या लिखा है किस्मत में,ईश्वर ने मनुष्य को बनाया।।कहते सब किस्मत में लिखा,लकीरें बयां करती तकदीर।कुछ कर्म भी होते जीवन के,इंसान के हाथों की तस्वीर।।किस्मत क

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अलौकिक

14 दिसम्बर 2022
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अलौकिक शक्तियों से,जुड़े हुए हम प्रकृति से।अदम्य साहस दिखा हम,शक्ति अर्जित कर प्रभु से।।अलौकिक तेज धरा पर,अवतरित बसंत सा कोमल।सूरज लालिमा छाई छटा,किरणों से प्रकाश निर्मल।।अलौकिक शक्तियों से,लबरेज स्फू

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2050 की दुनिया

14 दिसम्बर 2022
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2050 की दुनिया में,हर इंसान रोबोट होगा।खाने में स्वाद नमक नहीं,कैप्सूल का उपयोग होगा।।वक़्त न पास किसी के,देखें आस पड़ोस भी।भीड़ भाड़ न होगी कहीं,न होंगे रिश्ते नाते भी।।सैर सपाटे के लिए सभी,हवा में उ

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जादुई पत्थर

16 दिसम्बर 2022
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<div>जादुई पत्थर का असर,</div><div>नल नील वानर दिखाए।</div><div>राम नाम की ज्योत जगा,</div><div>लिख समुद्र में सेतु बनाए।।</div><div><br></div><div>जादुई पत्थर का असर,</div><div>सहस्त्र योजन पार किया।

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कल्पना

17 दिसम्बर 2022
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कल्पना की उड़ान भरी, चांद सितारों की दुनिया। चांद की चांदनी रात में, झील सितारों की बगिया।। कल्पना की पराकाष्ठा पर, चांद पर भी घर बसने लगे। ऑक्सीजन की आपूर्ति को, मास्क सभी लोग पहने लगे।। कल्पना की उड

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पत्र

21 दिसम्बर 2022
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पत्र लेखन का जमाना, बदल गया चलन आज। कल लिखते बातें कितनी, जो बयां नहीं करते उतनी।। दूर होने पर आती याद, पत्र लेखन करते फरियाद। मनमीत की याद में आंसू, निकलते थे दिन रात।। कभी बेटी को शादी बाद, आती थी म

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नव वर्ष

1 जनवरी 2023
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नव वर्ष का शुभागमन,सुख समृद्धि हो अपार।उत्तम स्वास्थ्य की कामना,हर्षोल्लास छाए चहुंओर।।लिए नया वह स्वरूप हो,साथ सादगी और संयम हो।नव वर्ष हो सबका मंगलमय,साथ शांति और सौहार्द्र हो।।होंगी क्या फिर चुनौति

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