रद्दी
कुछ खास नही था उसमे...ना बला की खूबसूरत ना तीखा अंदाज बस पहले की तरह ही साधारण सी लडकी लग रही थी वो उस दिन भी... वही देखते ही मुस्करा कर नजरें चुरा लेना..कुछ नयी पुरानी बातें कुछ एक मिनटो के लिये एेसा लगा कि वक्त का पहिया फिर हमे सालो पीछे घसीट लाया है.. वैसे मैं उसकी हर एक चीज पर गौर किया करता था प