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जेबकतरी

4 मार्च 2022

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मुंबई शहर के बीचोबीच सड़क पर एक बस यात्रियों से खचा खच भारी हुई दादर शिवाजी पार्क से  बांद्रा की  ओर मुड़ी अगला बस स्टॉप माटुंगा का था ,कंडक्टर टिकट कटने में लगा हुआ था ,इस भरे भिड़ में कंडक्टर सभी को धकेल ढकाल के अपने लिए जगह बनाता हुआ टिकट काट रहा था , ऐसे भिड़ के समय में कंडेक्टर के दिमाग अक्सर खराब ही रहते हैं ,एक तो भिड़ उस पर कभी छुट्टे की टेंशन तो कभी धक्का मुक्की से बचने की टेंशन ,है स्टॉप पर घंटी बजाने की टेंशन  लोगो को आने वाले स्टॉप के लिए सावधान करने की टेंशन कई चीजे उनके दिमाग में एक साथ चलती रहती है ,इसलिए भिड़ के समय यदि किसी ने उन्हे छेड़ा तो उसे गाली मिलनी तय है ,ऐसे ही समय एक पैसेंजर ने उन्हे पांच सौ रुपए का नोट दे दिया ,और वह भी पांच रुपए के टिकट के लिए तो उसका दिमाग सातवे आसमान पर चढ़ गया उसने ताव में कहा *"पांच रुपए छुट्टे निकाल, *"!

पैसेंजर भी एक खडूस टाइप का आदमी था ,उसने कहा *" नही है ,तुम्हारे पास तो है दे दो ,*"!!

कंडक्टर उसे खा जाने वाली नजरो से देख कहता है *" तु अकेला हैं ,सबको छुट्टा देते बैठूंगा तो सबके टिकट कब काटूंगा , छुट्टा निकाल नही तो नीचे उतर,*" !!
और कंडक्टर ने घंटी बजा कर बस रोक दी , कुछ लोग जिनको पास ही जाना था वह उतर भी गए ,अब सभी लोग उस पैसेंजर पर चिल्लाने लगे तो वह कहता है,*" नही है छुट्टा तो क्या करू मैं नीचे भी नही उतरूंगा ,*"!!
एक आदमी कहता है ,*" कोई बात नही मैं से देता हूं पांच रुपए वैसे भी भिखारियों को तो देते ही हैं ,*"!!
उसके इस बात पर बवाल मच जाता है ,तभी एक आदमी चिल्लाता है ,*" अरे मेरा पर्स किसी ने मेरा पर्स मार दिया *"!!

,सभी एक दूसरे को शक की नजर से देखने लगते हैं ,तभी एक और आदमी चीखता है*"  अरे मेरा भी पर्स मार दिया , हाय रे देवा मुझे अभी बिल भरना था ,(चारो ओर देख कर ,) कोई बाहर नही जायेगा सबको चेक करो ,*"!!?

एक आदमी कहता है ,*" भाई अभी जो चार पांच लोग उतरे उसमे से ही किसी ने जेब काटा होगा ,*"!!
सभी जेबकतरे को गालियां बकने लगते हैं *"!!

उसी समय वहां से मुश्किल से दो सौ मीटर दूर एक गली में ,बस रुकते ही उतरने वाले में से एक खूबसूरत लड़की जिसकी उम्र मुश्किल से अठारह साल होगी और एक लड़का जो सोलह सत्रह साल का होगा ,वह स्कूल ड्रेस में था ,और उसके पीछे स्कूल बैग भी पड़ा था ,और लड़की के भी कंधे पर बैग था ,वह भी किसी कॉलेज की स्टूडेंट ही थी,*"!

संजना एक सुंदर सी स्मार्ट लड़की थी ,वह दिखने में भी भोली भाली लग रही थीं, वह उस लड़के  जिसका नाम वेदांत है , उस से कहती है ,*" दिखा बे कितना माल है ,*"!!

वेदांत कहता है ,*" ये तेरे से कितनी बार बोला है बे वे नही बोलने का ,आई डोंट लाइक दिस टाइप ऑफ लैंग्वेज *"!!

वह तीन पर्स उसकी ओर बढ़ाता है ,""!!

संजना देख कर कहती है *",दो बस में तीन पर्स बस ,*"!!

वेदांत कहता है ,*" अब तेरा हाथ नही चलता उतनी तेज़ी से ,*"!!

वह उसे एक चपत लगा कर कहती है ,*"कुल हां कुल !! अपने हाथ की बराबरी शहर का कोई जेबकतरा नही कर सकता है , इतना बहुत हैं ना खर्चा पानी ही तो चाहिए ना ,*"!!

वह एक पर्स देखती है तो उसका मुंह बन जाता है , और गाली देते हुए कहती है ,*" साला कुत्ता भिखारी पर्स में दस रुपए रखता है , *"!!
वह पूरा पर्स छान मारती है , उसमे सिर्फ क्रेडिट कार्ड , एटीएम कार्ड , पैन कार्ड और आधार कार्ड के अलावा कुछ नही था ,*"!!

संजना वेदांत से कहती है ,*" इसको तुरंत फोन कर और लौटा दे इसका पर्स कुछ तो देगा साला, *"!!

वेदांत उसके पर्स में से उसका कार्ड देखकर कॉल करता है ,सामने से एक आदमी परेशान होकर फोन उठाते हुए कहता है ,*" और रुको भाई मेरा किसी ने पर्स मार दिया है मैं पहले पुलिस स्टेशन जा कर कंप्लेंट लिखवा दूं फिर बात करता हूं ,*"!!

वेददंत कहता है ,*" अरे अंकल आपका पर्स मुझे मिला है ,उसी के लिए फोन किया इधर सड़क पर गिरा था शिवाजी पार्क बस स्टॉप के पास,*"!!
वह आदमी कहता है ,*" थैंक्स बेटा तुम अभी कहा हो ,"!!

वेदांत कहता है ,*" में तो स्कूल जा रहा हूं ,,!!

वह आदमी कहता है ,*"तुम अपना लोकेशन भेजो मैं अभी आता हूं ,,!!

वेदांत संजना को देखता है ,और रोड पर जाकर लोकेशन भेजता है ,!!

इतनी देर में संजना बाकी दोनो पर्स में से छह हज़ार एक सौ दस रुपए निकाले थे , उनमें भी कार्ड और वही सब कुछ थे, ,*"!!

वह उनके कार्ड वैगेरह निकल कर पर्स को गटर में डाल देती है ,और वेदांत से थोड़ी दूर खड़ी हो जाती है ,उसी समय एक टैक्सी आकर रुकती है , उसमे से एक करीब पैंतीस साल का आदमी उतरता है ,और वेदांत की ओर देख कर पूछता है ,*" वो तुम ही हो ,*"!! 

वेदांत कहता है ,*" आपका ही पर्स गिरा है ,*"!!
वह कहता है ,*" हां मेरा ही गिरा है ,*"!!

वेदांत ने तो उसका फोटो तो देख ही लिया था ,,वह जेब से निकाल कर पर्स देता है और कहता है ,*" आपके पर्स के चक्कर में मुझे स्कूल के लेट हो गया ,टीचर से डांट पड़ेगी , लेट होने पर वो बाहर खड़ी कर देती हैं, *"!!

वह आदमी अपनी जेब से एक दो सौ का नोट देकर कहता हैं *" ये रख ले बेटा थैंक्स, नही तो मुझे इन कार्ड्स को दुबारा पाने के लिए बहुत मुसीबत झेलनी पड़ती, ,*"!!!

वह जाता है ,वेदांत संजना के पास आकर कहता है ,*" चल दो सौ तो देकर गया , वैसे भी आज कल लोग ये डिजिटल पेमेंट करने लगे इसलिए पर्स में ज्यादा पैसे नही रखते पर्स तो कार्ड रखने के लिए यूज करते है , बाकी में क्या था *!!

संजना कहती है ,*" छह हजार रूपए मिले  सौ रुपए ऊपर हैं ,उनके कार्ड उनके पते  पर भेजने के काम आ जायेंगे , ये कार्ड दुबारा बनवाना बहुत मुश्किल होता है *"!!

वेदांत कहता है ,*" दीदी तु भी कमाल है जेब काटने के टाइम पर जरा भी नहीं सोचती और बाद में उनके प्रोब्लम के बारे ने सोचती है ,*"!!

आगे की कहानी अगले भाग में जानिए संजना जैसी खूबसूरत लड़की जेबकतरी क्यों बनी ,*"!!

क्रमशः


मीनू द्विवेदी वैदेही

मीनू द्विवेदी वैदेही

मैंने आपकी पुस्तक खरीदी बहुत सजीव चित्रण है।आप मेरी कहानी प्यार का प्रतिशोध जरूर पढ़ें और समीक्षा भी जरूर करिए 🙏

9 जुलाई 2023

15 अप्रैल 2022

Dinesh Dubey

Dinesh Dubey

19 अप्रैल 2022

Thanks 🌹🙏

काव्या सोनी

काव्या सोनी

Bahutttttttt khoob 👏👌👏👌

4 मार्च 2022

Dinesh Dubey

Dinesh Dubey

4 मार्च 2022

धन्यवाद जी

27
रचनाएँ
जेबकतरी
5.0
संजना एक सुंदर और स्मार्ट लड़की है ,वह पढ़ने में भी तेज है और अभी उसने फर्स्ट ईयर कॉमर्स में कॉलेज ज्वाइन किया है ,उसका एक दोस्त है वेदांत जो उस से उम्र में दो साल छोटा है और उसे दीदी कह कर संबोधित करता रहता है , दोनो वैसे हैं लोअर मिडिल क्लास फैमली से जहां पैसे की दिक्कत तो हमेशा बनी रहती है ,और फिर उसके चलते रोज घर में घमासान मचा रहता है , जिसके कारण संजना पत्ता नही कब जेबकतरी बन गई उसे भी पता नही और उसका दोस्त उसका पार्टनर बन गया , दोनो मिलकर लोगो का जेब काटने लगे,!!
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जेबकतरी

4 मार्च 2022
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मुंबई शहर के बीचोबीच सड़क पर एक बस यात्रियों से खचा खच भारी हुई दादर शिवाजी पार्क से बांद्रा की ओर मुड़ी अगला बस स्टॉप माटुंगा का था ,कंडक्टर टिकट कटने में लगा हुआ था ,इस भरे भिड़ में कंडक

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दिलवाली संजना

5 मार्च 2022
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भाग 2संजना वेदांत से कहती हैं ,*" जेब काटना हमारी मजबूरी है और अब तो शौक भी बन गया है , अब एक तो हम उनकी जेब काटते हैं ,और अगर इनके ये कार्ड और डाक्यूमेंट्स ने भेजे तो बेचारे महीनो प

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हाथ की सफाई

6 मार्च 2022
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भाग 3 माहिम झोपड़ पट्टी रेलवे ट्रैक से लगा हुआ है , चौबीस घंटे ट्रेनों के चलने से खटपट की आवाजे आती रहती है , और पास ही बह रही माहिम खाड़ी की बदबू जो अब इन लोगो को खुश्बू का अहसास दिल

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संजना की खुशी

7 मार्च 2022
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भाग 4 संजना बेचारी रास्ते पर चल रही थी ,एक जगह पर रोड पर भिड़ लगी दिखी वह क्या चल रहा उत्सुकता वश भिड़ में घुसी तो उसने देखा ,की एक आदमी पत्ते लगा रहा था और कई लोग उसपे पैसे लगा रहे थे ,और

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पिता का टेंशन

8 मार्च 2022
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भाग 5दुर्गा के पूछने पर संजना कहती है ,*" मां तेरी बेटी हूं मर जाऊंगी पर कोई नीच काम नही करूंगी , यह तो उमा आंटी ने दिलाया !!दुर्गा उसे प्यार से गले लगाती हुई बोलती है ,*" मुझे पता है मेरी लाडो , मुझे

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संजना की सोच

9 मार्च 2022
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भाग 6संजना इस भिड़ का हिस्सा बनती है , वह देखती है ,एक आदमी कई समान रखे हुए हैं और उन सबका डेमो करके दिखा रहा हैं, मुंबई के सड़कों पर इस तरह के सेलर हमेशा दिख जाते हैं ,जो अपने प्रोडक्ट को बेचते रहते

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ओमकार से मुलाकात

11 मार्च 2022
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भाग 7 संजना ओमकार को फोन लगाती हैं ,सामने से घबराकर फोन उठाता है संजना कहती हैं,*" हैलो ओमकार बोल रहे हैं ,*"!!सामने से ओमकार कहता है ,*" हां हां ओमकार बोल रहा हूं बोलो क्या काम है मैं अभी

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मर गया बाप

11 मार्च 2022
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भाग 8संजना भाग भाग कर कॉलेज पहुंचती है ,आज संतोष उसे पैसे वापस करता है ,अब तक उसके पास पैसे नहीं हो पा रहे थे ,*"!!संजना खुश होती है वह कहती है *" फिर कभी जरूरत हो तो बता देना ,""!!संतोष कहता है

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गंदी नजरे

12 मार्च 2022
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भाग 9 संजना का बाप मरा पड़ा था , कुछ लोग सिर्फ संजना को दिखाने के लिए आ गए थे , एक टपोरी लड़का तो ऐसा शो कर रहा था ,जैसे उसके और संजना के बहुत अच्छे संबंध थे ,वह फटाफट सारा अंतिम क्रिया का

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आ गया रोना

13 मार्च 2022
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भाग 10 मोबाइल गायब होते ही वह आदमी पगलो कि तरह इधर उधर देखने लगता है पर तब तक तो कुछ लोग निकल चुके थे , ये पॉकेट मार और मोबाइल चुराने वाले हवा की तरह गायब होते हैं ,पता नही उनमें इतनी

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संजना का नया टीचर

14 मार्च 2022
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भाग 11 संजना और ओमकार थोड़ी देर तक बाते करते रहे फिर संजना को कॉलेज के लिए लेट होने लगा तो वह निकल दी दूसरे दिन मिलने का वादा करके ,*"!!संजना क्लास में बैठी है , टीचर आते हैं , वह संजना से

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बच गए दोनो

15 मार्च 2022
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भाग 12सुबह संजना जल्दी निकलना चाहती थी , उसकी मां तो सुबह सुबह चली जाती थी ,इसलिए वह तैयार होने लगी अभी वह दरवाजा बंद कर कपड़े बदल रही थी की उसके तीन के दरवाजे पर किसी ने जोर से हाथ मारकर आवाज द

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सेल्स गर्ल

17 मार्च 2022
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भाग 13 संजना दोपहर सवा तीन बजे शॉप पर पहुंच गई थी और अपना काम सम्हाल लिया था ,उसने बड़ी तेज़ी से काम सीख लिया था , वह ओमकार से ऊपर मिलने नही गई थी क्योंकि वह कुछ लोगो के साथ बैठा मीटि

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दिल की बात

18 मार्च 2022
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भाग 14 ओमकार उस से कहता है ,*" तो तुम उस बस्ती को छोड़ क्यों नहीं देती हो ,*"!!संजना उसे देख कर कहती है ,*" कहां जायेंगे ,जैसा भी है ,अपना छत है ,दो वक्त की रोटी ही बड़ी मुश्किल से मिलता है ,और क

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अब क्या होगा

19 मार्च 2022
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भाग 15 संजना ओमकार को टैक्सी में बिठा कर भेजती है और फिर दूसरी ओर से घर में जाती है ,क्योंकि उसे पता था की लोग अभी उस से भी बदतमीजी करने से बाज नही आयेंगे,*"!!घर पर उसकी मां खाना बनाक

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हिजड़ों की फौज

20 मार्च 2022
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भाग 16संजना के घर के चारो ओर सिराज के टपोरी लड़के खड़े थे ,"!!दुर्गा रोने लगती हैं और कहती है ,*" इस से अच्छा तो इसके पैदा होते ही मार डालती तो ये दिन तो नही देखने पड़ते

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बच गई संजना

22 मार्च 2022
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भाग 17बाहर पुलिस सिराज और उसके आदमियों की धार पकड़ में लगी थी , उनके लिए दादर से स्पेशल डिपार्टमेंट के लोग आए थे , बहुत पहले सिराज एक मर्डर के केस में वांटेड था , पहचान और पैसे के दम पर वह

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नया घर

22 मार्च 2022
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भाग 18 सुबह दस बजे चंपा का फोन आता है ,वह नीचे आकर खड़ी थी , ओमकार की मां को देखने वाली बाई आज नही आई थी ,उसने कह दिया था की उस से नही पाएगा, ओमकार परेशान था तो दुर्गा कहती है ,*" बेटा तू जा में

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सिराज का माल

27 मार्च 2022
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भाग 19सिराज अपने पंटर को बोल देता है *" हवलदार साब को दस पेटी दे देना ,और उस लड़की को खोज लेना वो किधर है उसपे खाली वॉच रखने का अपुन के बाहर आने तक ,मेरे को बाहर आने दे साली का गेम बजा दूंगा ,*"

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मारा गया सिराज

31 मार्च 2022
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भाग 20 रात में हॉस्पिटल में सिराज को होश आता है , होश आते ही उसे याद आता है की उस हवलदार ने उसके साथ धोखा करके उसे बरबाद कर दिया तो उसे बहुत गुस्सा आता है , वह सोचने लगता है की वह कैसे भी यहां से

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सच बात

31 मार्च 2022
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भाग 21दो सौ करोड़ रुपए में से सौ करोड़ डिपार्टमेंट वालो ने दबा लिया था उसमे पांच हवलदार को भी मिला था क्योंकि उसे पकड़वाने में मैन भूमिका उसी की थी ,पैसे मिलने के बाद ही उसने अपना ट्रांसफर करवा लिया थ

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प्यार का इकरार

31 मार्च 2022
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भाग 22 ओमकार एकदम से शांत हो जाता है ,यह देख वह घबराकर अपनी पूरी कहानी सुनाने लगती है ,ओमकार चुप चाप सुनता रहता है , संजना कहानी सुनकर उसका चेहरा देखने लगती है , !!!ओमकार के चेहरे पर

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चंपा की बस्ती

31 मार्च 2022
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भाग 23 सिराज के टपोरी लडको पर चंपा की चेलिया टूट पड़ती है ,उन लडको को यह उम्मीद नही थी की अचानक उन पर हमला होगा वह तो सोच कर चले थे बस ऐसे ही घूमते गिरते जायेंगे और चंपा को जगह पर ठोक

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मान है मां

31 मार्च 2022
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भाग 24प्रतिभा जी की बातो से ओमकार तो अवाक सा रह जाता है ,दुर्गा और संजना तो एकदम शॉक्ड रह जाती है ,संजना की आंखो में आंसु आते हैं , उसे इस बात का दुख नही था कि प्रतिभा उसके और उसके मां के बारे म

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अल्ताफ की सेटिंग

31 मार्च 2022
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भाग 25 अल्ताफ अपने आदमियों से कहता हैं, *" सिराज ने सभी नल्ले लड़के पाल रखे थे ,इसलिए तो मारा गया ,उसके लड़के एक काम भी ढंग से नही कर सकते है ,अब मैं सभी काम अपने लोगो से कराऊंगा ,*"!!वह आदमी कहत

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मारा गया अल्ताफ

31 मार्च 2022
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भाग 26अल्ताफ के आदमी पारो के पास आते हैं ,और उसके सामने पांच लाख रुपए रखते हैं और कहते हैं ,*" चंपा का गेम करना है ,ये एडवांस है इतना ही और मिल जायेगा ,वो जिंदा बचनी नही चाहिए ,*"!!पारो पैसे लेत

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हो गई सगाई

31 मार्च 2022
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भाग 27 अल्ताफ के गाड़ी के परखच्चे उड़ते हैं , आस पास के लोग तेज़ी से गाड़ी की ओर भागते हैं सारा ट्रैफिक रूक जाता है , किसी ने भी उन लडको को गोली चलाते नही देखा था ,वैसे तो वह उन्हे मारने ही आए थे

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