जीवन के सन्दर्भ में एक सुन्दर कविता
ये जीवन आखिर क्या है ?
इक सुन्दर कली या ,
इक सूखा कांटा |
इक महकती बागवानी या ,
इक गन्दा नाला |
इक जवान सुन्दर युवती या ,
इक कुपोषण का शिकार वृद्ध |
इक उजड़ा हुआ घर या ,
इक जीवन समृद्ध |
9 फरवरी 2018
ये जीवन आखिर क्या है ?
इक सुन्दर कली या ,
इक सूखा कांटा |
इक महकती बागवानी या ,
इक गन्दा नाला |
इक जवान सुन्दर युवती या ,
इक कुपोषण का शिकार वृद्ध |
इक उजड़ा हुआ घर या ,
इक जीवन समृद्ध |
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उस एक अलभ्य क्षण की उत्पत्ति का पल जाने कब आया की मुझे पता ही नहीं चला , और न जाने कब मेरी कविताये मुझे लिखने लगी |
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