shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

झील की परछाई

Kasim ansari

30 अध्याय
7 लोगों ने खरीदा
11 पाठक
2 सितम्बर 2023 को पूर्ण की गई
ISBN : 978-93-94647114
ये पुस्तक यहां भी उपलब्ध है Amazon Flipkart

इस दुनिया मे बहुत कुछ ऐसा भी होता है जो मानव कि समझ से परे होता है ये कहानी पहाड़ो मे बसे हुए एक टाउन कि है जिसे हिल हाउस टाउन कहते थे हिल हाउस टाउन का नाम वहां पर बने हुए एक हिल हाउस के नाम से ही पड़ा था जो पता नहीं कितने रहस्य अपने अंदर समेटे हुए था..जिस के पास एक बहुत खूबसूरत झील बहती थी जो पता नहीं कितने मासूमों को निगल गयी थी वो देखने में जितनी खूबसूरत थी उतनी ही खतरनाक भी थी जहां पर कोई भी व्यक्ति जाता था वो ज़िंदा लौटकर नहीं आता था जहां अक्सर उस टाउन के लोगों की लाशें मिला करती थीं जिस का इतिहास हमेशा एक रहस्य था.कहते हैँ कुछ रहस्य हमेशा रहस्य ही रहते हैँ. ये सच है कि मानव ने विज्ञानं मे और टेक्नोलॉजी मे बहुत तरक्की कर ली है मगर ज़ब भी विज्ञानं किसी रहस्यमयी शक्तियों से टकराया है तो खुद को शून्य ही पाता है .ज़ब हमारा सामना ऐसी किसी भी शक्ति से होता है तब हमें महसूस होता है कि हम आज भी बहुत कुछ नहीं समझ पाए हैँ. आखिर क्या था उस टाउन का रहस्य आखिर क्या था उस झील का रहस्य जिसे उस टाउन के लोग उसे झील नहीं बल्कि डर कर झील कि परछाई कहते थे  

jhil ki parchhai

0.0(0)

पुस्तक के भाग

1

झील की परछाई पार्ट -1

7 फरवरी 2022
4
0
0

डॉक्टर गुप्ता अभी अभी घर पहुंचे ही थे कि अचानक उन के मोबाइल कि घंटी बज उट्ठी डॉ गुप्ता ने मोबाइल स्क्रीन पर देखा कोई अनजान नंबर था वो इस वक़्त घर पर अकेले थे अभी कुछ दिन पहले ही वो हिल हाउस टाउन मे सेट

2

झील की परछाई पार्ट -2

7 फरवरी 2022
2
0
0

शाम के छह बज गए थे आलिया अपने बँगले के गार्डन मे बहुत तेज़ी से टहल रही थी वो तेज़ी के साथ अपने गार्डन के चक्कर लगा रही थी...... चारो तरफ कोहरा अब फैलने लगा था सर्दी अब और ज़्यादा बढ़ने लगी थी........ मगर

3

झील कि परछाई पार्ट -3

10 फरवरी 2022
1
0
0

दूसरे दिन आमिर बहुत देर तक सोता रहा.. "उठो ना आमिर ग्यारह बज गए हैँ एक बजे हमारी डॉक्टर के साथ अपॉइंमेंट है" आमिर के कानो मे आलिया कि आवाज़ सुनाई दी.. आमिर ने ऊँघते हुए कहा.. "थोड़ी देर और सोने दो यार"

4

झील कि परछाई पार्ट -4

10 फरवरी 2022
1
0
0

घर पहुँच कर आलिया ने आमिर के लिए कॉफ़ी बनायी.. वो आमिर को बहुत गौर से देख रही थी. आमिर कॉफ़ी पीने के बाद आलिया को मुस्करा कर देखने लगा.. और बड़े थके अंदाज़ मे बोला.. " मुझे नींद आ रही है आलिया" "कोई बात न

5

झील कि परछाई पार्ट -5

10 फरवरी 2022
1
0
0

आलिया को बेहोश होता देखकर आमिर और ज्यादा घबरा गया.... वह दौड़ता हुआ आलिया के पास आया और आलिया को थाम लिया फिर उसने वॉचमैन की तरफ इशारा किया पानी लाने के लिए... तब तक आमिर ने आलिया को बेडरूम में

6

झील कि परछाई पार्ट -6

10 फरवरी 2022
1
0
0

आलिया ने देखा मरसिडीज़ एक सडक पर चल रही थी... सडक के दोनों तरफ पहाड़ ही पहाड़ थे जो बड़े खूबसूरत लग रहे थे............................................................. मरसिडीज़ ने अब एक टाउन की तरफ रुख कर

7

झील कि परछाई पार्ट -7

10 फरवरी 2022
0
0
0

आलिया ने कमरे का एक एक कोना छान मारा मगर वहां कोई मौजूद नहीं था......... आलिया थक कर फिर दोबारा बेड पर लेट गयी..... उस ने फैसला कर लिया था की आमिर से इस बारे मे ज़ुरूर बात करेंगी..... आलिया ने घड़ी देखि

8

झील कि परछाई पार्ट -8

10 फरवरी 2022
0
0
0

"आलिया...आलिया..आँखें खोलो आलिया... ऑंखें खोलो" आलिया के कानो मे आमिर की आवाज़ सुनाई दी अचानक आलिया उठ कर बैठ गयी... "क्या हुआ था तुम्हें आलिया"? आलिया ने देखा वो इस वक़्त उसी कमरे थी.. जहाँ पर वो सोई थ

9

झील कि परछाई पार्ट -9

10 फरवरी 2022
0
0
0

"देखिये मिस्टर राजेश मैं उस हिल हाउस के आप को 50 करोड़ देने को तैयार हूं" "आरिफ तुम समझते क्यों नहीं मैं वो बेचना नहीं चाहता" "क्यों नहीं मैं तुम्हें मुँह मांगी कीमत देने को तैयार हूं यार" "आरिफ सवाल प

10

झील कि परछाई पार्ट -10

10 फरवरी 2022
0
0
0

आलिया घर पर पहुंची ही थी....कि अचानक उस की नज़र गार्डन मे एक नयी चमचमाती हुई गाडी पर पड़ी आलिया समझ गयी कोई मेहमान वहां पर आया है..... अंदर जा कर आलिया ने देखा एक बहुत ही खूबसूरत लड़की बैठी थी उस की उम्र

11

झील कि परछाई पार्ट -11

10 फरवरी 2022
0
0
0

दूसरे दिन सब ही लोग एक साथ बैठ कर नाश्ता कर रहे थे..............आलिया खामोश हो कर सब के चेहरे देख रही थी....................आलिया ने अपने साथ हुई कल की घटना के बारे मे आमिर को अभी तक नहीं बताया था ये

12

झील कि परछाई पार्ट -12

10 फरवरी 2022
0
0
0

'क्या हुआ डॉक्टर ये बेहोश कैसे हो गयी" "कुछ नहीं मिस्टर आरिफ बीपी थोड़ा लो हो गया है लगता हैँ इन्होने सुबह से कुछ खाया नहीं है इन्हें टोटल बेड रेस्ट दीजिये" "ओह्ह आरिफ मैं ठीक हूं.. बस थोड़ा सा सर घूम ग

13

झील कि परछायी पार्ट -13

10 फरवरी 2022
0
0
0

आलिया की कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था.सच तो यह है कि वह उस तस्वीर को देखकर अंदर तक बुरी तरह से डर गई थी....मगर उसने अपना डर नीलो के सामने जाहिर नहीं किया..."भाभी क्या हुआ आप ठीक तो है ना किस सोच में ग

14

झील कि परछाई पार्ट -14

10 फरवरी 2022
0
0
0

"आलिया...... ये क्या हुआ है आप को... वहां कोई नहीं है" आलिया सहमी नज़रो से उस तरफ देखने लगी... जहाँ अभी थोड़ी देर पहले एक घर बना हुआ था.. "बाजी मैं सच कह रही हूं " "आलिया चलिए तुम्हारी तबियत मुझे सही नह

15

झील कि परछाई पार्ट -15

10 फरवरी 2022
0
0
0

"तुम्हारी बात सही है साहिल.. आज का दौर विज्ञानं का दौर है. मेडिकल साइंस ने बहुत तरक्की कर ली है पर इसी दुनिया मे बहुत कुछ ऐसा भी होता है कि विज्ञानं भी अपना सर खुजाता है और बहुत से मामलो मे आज का तुम्

16

झील कि परछाई पार्ट -16

10 फरवरी 2022
0
0
0

"आप कैसी बातें कर रहे हैं डॉक्टर गुप्ता मैंने तो कुछ और ही सुना है मैंने सुना है वह झील बहुत ही खूबसूरत है उसकी सुंदरता देखने काबिल है" डॉ

17

झील कि परछाई पार्ट -17

10 फरवरी 2022
0
0
0

रात का सन्नाटे मे ठंडी हवा का तूफान ज़ोरो पर था चारो तरफ बर्फ के सिवा कुछ नहीं दिखाई दे रहा था... ऐसा लगता था जैसे हिल हाउस टाउन मे आज की रात सिर्फ बर्फ का कब्ज़ा था... एक पहाड़ी पर एक बहुत पुरानी ईमारत

18

झील कि परछाई पार्ट -18

10 फरवरी 2022
0
0
0

"यह कैसी बातें कर रहे हैं आप लोग क्या आप मुझे नहीं पहचानते आमिर तुम तो मुझे पहचानो मैं तुम्हारी बीवी हूं" "तुम मेरी कोई बीवी नहीं हो तुम जाओ यहां से" आलिया यह सारा मंज़र फटी फटी आंखों से देख रही थी उसक

19

झील कि परछाई पार्ट -19

10 फरवरी 2022
1
1
0

"भागो यहाँ से और कभी यहाँ वापस मत आना" आलिया ने जैसे ही ये आवाज़ सुनी वो बड़ी फुर्ती के साथ बाहर भागने लगी... आलिया के अंदर जितनी ताकत थी आलिया उतनी ही रफ़्तार से दौड़ रही थी वो बस हिल हाउस से दूर हो जाना

20

झील कि परछाई पार्ट -20

10 फरवरी 2022
0
0
0

शाम के करीब पांच बजे का वक्त होगा डॉ गुप्ता की डोरबेल कोई बहुत देर से बजा रहा था...... बजाने वाला ऐसा लगता था जैसे डॉक्टर गुप्ता से उसे मिलने की बहुत जल्दी हो....... डॉ गुप्ता का यह वक्त अ

21

झील कि परछाई पार्ट -21

10 फरवरी 2022
0
0
0

वो लड़की साहिल कि बात सुन कर साहिल को प्यार भरी नज़रो से देखने लगी.. साहिल उस के ऐसे देखने से सोच मे पड़ गया "क्या सोच रहे हो मुझे यहां से बाहर निकालो" "ठीक है लेकिन तुम्हें मैं बाहर कैसे निकालूँ क्या

22

झील कि परछाई पार्ट -22

10 फरवरी 2022
0
0
0

"झील की परछाई" "मैं कुछ समझा नहीं अम्मा जी" साहिल ने चौकते हुए मोहिनी से पूछा... "हां बेटा झील की परछाई" साहिल बड़ी गौर से मोहिनी को देखने लगा.. मोहिनी साहिल को देख कर कहने लगी.. "क्या बात है बेटा तुम

23

झील कि परछाई पार्ट -23

10 फरवरी 2022
0
0
0

आज बहुत दिनों के बाद हिल हाउस टाउन में बहुत अच्छी धूप निकली थी और सर्दी का असर भी थोड़ा कम था... अफसाना अपने बेडरूम में बैठी हुई नीलो से बात कर रही थी आज का मौसम बहुत अच्छा है बाजी धुप भी बहुत अच्छी न

24

झील कि परछाई पार्ट -24

10 फरवरी 2022
0
0
0

आधी रात से ज्यादा वक्त गुजर चुका था.... तूफान अभी तक खामोश नहीं हुआ था हवाएं और तूफान अपनी चरम सीमा पर थे हवा इतनी तेज चल रही थी कि पेड़ जड़ से उखड़ जाने को बेताब थे... और बारिश भी थमने का नाम नही

25

झील कि परछाई पार्ट -25

10 फरवरी 2022
0
0
0

कहते हैं अतीत इंसान की परछाई होती है और परछाई इंसान के पीछे हमेशा चलती है हमारा भविष्य भी हमारे अतीत पर ही निर्भर करता है हम अपने अतीत में जो भी कर्म करते हैं हमारा भविष्य उन्हीं कर्मों के आधार पर बनत

26

झील कि परछाई पार्ट -26

10 फरवरी 2022
0
0
0

जैसे ही साहिल की नजर अपने सामने खड़े हमशक्ल पर पड़ी साहिल उसे हक्का-बक्का देखने लगा उसकी कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था..... साहिल ने देखा सामने खड़ा उसका हमशक्ल उसे देखकर मुस्कुरा रहा था उसकी मुस्कुराह

27

झील कि परछाई पार्ट -27

10 फरवरी 2022
0
0
0

"आखिर तुम कहना क्या चाहते हो आमिर क्या तुम मुझ पर कोई इल्जाम लगा रहे हो" "मेरी बात का गलत मतलब मत लो आलिया " "तो फिर तुम्हारी बात का क्या मतलब आज हमारी शादी को 10 साल हो गए इन 10 सालों में तुमने मुझसे

28

झील कि परछाई पार्ट -28

10 फरवरी 2022
0
0
0

बाहर चारों तरफ कोहरे का आलम था धूप हल्की-हल्की निकल रही थी नीलो अपने गार्डन मैं बैठी हुई चाय का आनंद ले रही थी मगर आरिफ उसी गार्डन में बैठा हुआ आसमान की तरफ देख रहा था वो खोया खोया सा था... तभी आरिफ क

29

झील कि परछाई पार्ट -29

10 फरवरी 2022
0
0
0

16वी सदी भारत..हिल हाउस टाउन.... "क्या हुआ अब्दुल तुम बहुत परेशान लग रहे हो तुम्हारे बेटे की तबीयत सही हुई कि नहीं हुई" "क्या बताऊं पंडित जी जब से यह महामारी यहां पर फैली है तब से दिन-रात हराम

30

झील कि परछाई पार्ट -30 (अंतिम भाग )

10 फरवरी 2022
1
0
0

"यही वो सच्चाई है जो इस किताब में लिखी हुई है इस किताब को किसने लिखा और यह किताब मिश्र तक कैसे पहुंची कोई नहीं जानता मगर इस किताब का एक-एक अल्फाज सच्चा है हमने जो घर खरीदा था उस घर को सोनामन ने ही ब

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए