इस एक बालक विक्रम जो अपने घर की तंग हालत में अपने जीवन को बहुत ही कठिन दौर में व्यतीत करता है लेकिन उसके बावजूद भी वह अपनी मेहनत और कर्मों से कभी भी मुंह नहीं मोडता है। वह काफी प्यास करने के बाद जीवन में कैसे सफल होता है।
लेखक इंजीनियर शशिकुमार मूलतः राजस्थान प्रांत के करौली जिले के छोटे से गांव में पैदा हुए हैं। जिन्होंने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई गांव के स्कूल से ही किया है।
इसके बाद इन्होंने राजस्थान के कोटा विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री समाजशास्त्र